"आर्य -मैथिलीशरण गुप्त": अवतरणों में अंतर
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विद्या कला कौशल्य सबके, जो प्रथम आचार्य हैं | विद्या कला कौशल्य सबके, जो प्रथम आचार्य हैं | ||
संतान उनकी आज यद्यपि, हम अधोगति में पड़े | संतान उनकी आज यद्यपि, हम अधोगति में पड़े | ||
पर | पर चिह्न उनकी उच्चता के, आज भी कुछ हैं खड़े | ||
वे आर्य ही थे जो कभी, अपने लिये जीते न थे | वे आर्य ही थे जो कभी, अपने लिये जीते न थे |
10:58, 1 मार्च 2012 का अवतरण
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हम कौन थे, क्या हो गये हैं, और क्या होंगे अभी |
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