"तहर (पहाड़ी बकरा)": अवतरणों में अंतर
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तहर या पहाड़ी बकरा (वंश हेमीट्रेगस), बोवाइडी कुल (गण आर्टिओडैक्टाइला) के चौकन्ने और संधे पांव वाले जंगली बकरों में से एक है। तहर झुंड में रहते हैं और समान्यतः ढलान वाले पेड़युक्त पहाड़ों में पाए जाते हैं।
लक्षण
प्रजाति के अनुसार कंधे तक इनकी ऊँचाई 60 से 100 सेमी होती है। नर और मादा, दोनों के सींग छोटे होते हैं, जो पार्श्व से समतल होते हुए पीछे की ओर मुड़े होते हैं।
प्रजातियाँ
हिमालयी तहर (हेमीट्रेगस जेम्लेहीकस) कश्मीर से सिक्किम तक पाया जाता है, जो लाल-भूरे से लेकर गहरे भूरे रंग का हो सकता है, नर की गर्दन और आगे के हिस्से में फैली भरी-पूरी अयाल होती है। दक्षिण भारत का नीलगिरि तहर (जंगली या पहाड़ी बकरा) या नीलगिरि साकिन (एच.हाइलोक्रिअस) भूरा, धूसर पीठ वाला होता है। इन तीनों प्रजातियों में सबसे छोटा अरबी तहर (एच. जयकारी) स्लेटी-भूरा, नाजुक व अपेक्साकृत छोटी खाल वाला होता है।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
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