"सदस्य:रविन्द्र प्रसाद/1": अवतरणों में अंतर
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||[[चित्र:Wheat-1.jpg|right|120px|गेंहूँ की फ़सल]]'गेहूँ' विश्वव्यापी महत्त्व की फ़सल है। यह लाखों लोगों का मुख्य खाद्य है। मुख्य रूप से [[एशिया]] में धान की खेती की जाती है, तो भी विश्व के सभी प्रायद्वीपों में [[गेहूँ]] उगाया जाता है। विश्व की बढ़ती जनसंख्या के लिए गेहूँ लगभग 20 प्रतिशत आहार कैलोरी की पूर्ति करता है। विश्वव्यापी गेहूँ उत्पादन वर्ष [[2007]]-[[2008]] में 62.22 करोड़ टन तक पहुँच गया था। [[भारत]] गेहूँ का [[चीन]] के बाद दूसरा विशालतम उत्पादक देश है। खाद्यान्न फ़सलों के बीच गेहूँ विशिष्ट स्थान रखता है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[गेंहूँ]] | ||[[चित्र:Wheat-1.jpg|right|120px|गेंहूँ की फ़सल]]'गेहूँ' विश्वव्यापी महत्त्व की फ़सल है। यह लाखों लोगों का मुख्य खाद्य है। मुख्य रूप से [[एशिया]] में धान की खेती की जाती है, तो भी विश्व के सभी प्रायद्वीपों में [[गेहूँ]] उगाया जाता है। विश्व की बढ़ती जनसंख्या के लिए गेहूँ लगभग 20 प्रतिशत आहार कैलोरी की पूर्ति करता है। विश्वव्यापी गेहूँ उत्पादन वर्ष [[2007]]-[[2008]] में 62.22 करोड़ टन तक पहुँच गया था। [[भारत]] गेहूँ का [[चीन]] के बाद दूसरा विशालतम उत्पादक देश है। खाद्यान्न फ़सलों के बीच गेहूँ विशिष्ट स्थान रखता है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[गेंहूँ]] | ||
{'केन्द्रीय खनन अनुसंधान संस्थान' कहाँ स्थित है? | {'केन्द्रीय खनन अनुसंधान संस्थान' कहाँ स्थित है? | ||
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-[[कटक]] | -[[कटक]] | ||
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||[[चित्र:Coal-Mine-Dhanbad-Jharkhand.jpg|right|120px|कोयले की खान, धनबाद]]'धनबाद' [[भारत]] के [[झारखंड]] राज्य में स्थित एक शहर है। यह शहर [[कोयला|कोयले]] की ख़ानों के लिए पूरे देश में मशहूर है। यह औद्योगिक, सामाजिक, सांस्कृतिक व वाणिज्यिक क्षेत्र में अग्रणी है। झारखंड में स्थित इस शहर को 'कोयला राजधानी' के नाम से भी जाना जाता है। [[धनबाद]] से बहुत बड़ी मात्रा में कोयला निकाले जाने के कारण यह 'काले हीरे का नगर' नाम से भी मशहूर है। यह भारत के उन चुनिंदा शहरों में से है, जिसकी आबादी पूरी गति से बढ़ रही है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[धनबाद]] | ||[[चित्र:Coal-Mine-Dhanbad-Jharkhand.jpg|right|120px|कोयले की खान, धनबाद]]'धनबाद' [[भारत]] के [[झारखंड]] राज्य में स्थित एक शहर है। यह शहर [[कोयला|कोयले]] की ख़ानों के लिए पूरे देश में मशहूर है। यह औद्योगिक, सामाजिक, सांस्कृतिक व वाणिज्यिक क्षेत्र में अग्रणी है। झारखंड में स्थित इस शहर को 'कोयला राजधानी' के नाम से भी जाना जाता है। [[धनबाद]] से बहुत बड़ी मात्रा में कोयला निकाले जाने के कारण यह 'काले हीरे का नगर' नाम से भी मशहूर है। यह भारत के उन चुनिंदा शहरों में से है, जिसकी आबादी पूरी गति से बढ़ रही है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[धनबाद]] | ||
{निम्नलिखित में से किसे 'पक्षियों का महाद्वीप' नाम से जाना जाता है? | {निम्नलिखित में से किसे 'पक्षियों का महाद्वीप' नाम से जाना जाता है? | ||
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+दक्षिण अमरीका | +दक्षिण अमरीका | ||
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-[[एशिया]] | -[[एशिया]] | ||
{निम्न में से किस राज्य में साइबेरियन सारस के लिए आदर्श प्राकृतिक निवास है? | {निम्न में से किस राज्य में साइबेरियन सारस के लिए आदर्श प्राकृतिक निवास है? | ||
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-[[असम]] | -[[असम]] | ||
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||[[चित्र:Itanagar-Arunachal-Pradesh.jpg|right|120px|ईटानगर, अरुणाचल प्रदेश]]'अरुणाचल प्रदेश' का अधिकतर भाग [[हिमालय]] से ढका हुआ है। हिमालय के ऊंचाई वाले भाग में स्थित [[तिब्बत]] के निकटवर्ती भागों में मौसम टुन्ड्रा प्रदेश की भाँति होता है। मध्य हिमालयी भागों में मौसम समशीतोष्ण रहता है। यहाँ [[सेब]], [[संतरा]] आदि फलदार वृक्ष होते हैं। हिमालय के क्षेत्र में नम उष्णकटिबंधीय मौसम रहता है, जहाँ अधिक तेज़ गरमी और हल्की सर्दियाँ होती है। [[अरुणाचल प्रदेश]] की प्राकृतिक सुन्दरता देखते ही बनती है। हरी-भरी घाटियाँ और यहाँ के लोक-गीत, [[संगीत]], हस्तशिल्प सभी कुछ मन लुभावना है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[अरुणाचल प्रदेश]] | ||[[चित्र:Itanagar-Arunachal-Pradesh.jpg|right|120px|ईटानगर, अरुणाचल प्रदेश]]'अरुणाचल प्रदेश' का अधिकतर भाग [[हिमालय]] से ढका हुआ है। हिमालय के ऊंचाई वाले भाग में स्थित [[तिब्बत]] के निकटवर्ती भागों में मौसम टुन्ड्रा प्रदेश की भाँति होता है। मध्य हिमालयी भागों में मौसम समशीतोष्ण रहता है। यहाँ [[सेब]], [[संतरा]] आदि फलदार वृक्ष होते हैं। हिमालय के क्षेत्र में नम उष्णकटिबंधीय मौसम रहता है, जहाँ अधिक तेज़ गरमी और हल्की सर्दियाँ होती है। [[अरुणाचल प्रदेश]] की प्राकृतिक सुन्दरता देखते ही बनती है। हरी-भरी घाटियाँ और यहाँ के लोक-गीत, [[संगीत]], हस्तशिल्प सभी कुछ मन लुभावना है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[अरुणाचल प्रदेश]] | ||
{[[भारत]] का सर्वाधिक नगरीकृत राज्य कौन-सा है? | {[[भारत]] का सर्वाधिक नगरीकृत राज्य कौन-सा है? | ||
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-[[गुजरात]] | -[[गुजरात]] | ||
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||[[चित्र:University-Of-Pune.jpg|right|100px|पुणे विश्वविद्यालय]]'महाराष्ट्र' [[भारत]] के उत्तर में बसा हुआ है और भौगोलिक दृष्टि से यह मुख्यत: पठारी राज्य है। [[महाराष्ट्र]] पठारों का [[पठार]] है। इसके उठे हुए पश्चिमी किनारे सहाद्री पहाडियों का निर्माण करते है और समुद्र तट के समानांतर हैं तथा इसकी ढलान पूर्व तथा दक्षिण-पूर्व की ओर धीरे-धीरे बढ़ती है। राज्य के उत्तरी भाग में [[सतपुड़ा की पहाड़ियाँ]] है, जबकि [[अजंता की गुफ़ाएँ|अजंता]] तथा सतमाला पहाडियाँ राज्य के मध्य भाग से होकर जाती है। [[अरब सागर]] महाराष्ट्र की पश्चिमी सीमा का प्रहरी है, जबकि [[गुजरात]] और [[मध्य प्रदेश]] इसके उत्तर में हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[महाराष्ट्र]] | ||[[चित्र:University-Of-Pune.jpg|right|100px|पुणे विश्वविद्यालय]]'महाराष्ट्र' [[भारत]] के उत्तर में बसा हुआ है और भौगोलिक दृष्टि से यह मुख्यत: पठारी राज्य है। [[महाराष्ट्र]] पठारों का [[पठार]] है। इसके उठे हुए पश्चिमी किनारे सहाद्री पहाडियों का निर्माण करते है और समुद्र तट के समानांतर हैं तथा इसकी ढलान पूर्व तथा दक्षिण-पूर्व की ओर धीरे-धीरे बढ़ती है। राज्य के उत्तरी भाग में [[सतपुड़ा की पहाड़ियाँ]] है, जबकि [[अजंता की गुफ़ाएँ|अजंता]] तथा सतमाला पहाडियाँ राज्य के मध्य भाग से होकर जाती है। [[अरब सागर]] महाराष्ट्र की पश्चिमी सीमा का प्रहरी है, जबकि [[गुजरात]] और [[मध्य प्रदेश]] इसके उत्तर में हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[महाराष्ट्र]] | ||
{[[भारत]] में जल विद्युत शक्ति के विकास में कौन-सा राज्य अग्रणी है? | {[[भारत]] में जल विद्युत शक्ति के विकास में कौन-सा राज्य अग्रणी है? | ||
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-[[हिमाचल प्रदेश]] | -[[हिमाचल प्रदेश]] | ||
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||[[चित्र:Kashi-Vishwanath.jpg|right|100px|विश्वनाथ मन्दिर, वाराणसी, उत्तर प्रदेश]][[भारत]] के विकास में [[उत्तर प्रदेश]] का बहुत ही महत्त्वपूर्ण योगदान रहा है। [[14 जनवरी]], [[2000]] को 'उत्तर प्रदेश राज्य बिजली बोर्ड' का पुनर्गठन करके 'उत्तर प्रदेश विद्युत निगम', 'उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उत्पादन' तथा 'उत्तर प्रदेश पनबिजली निगम' की स्थापना की गई थी। 'उत्तर प्रदेश राज्य बिजली बोर्ड' की स्थापना के समय पन बिजलीघरों और ताप बिजलीघरों की कुल [[विद्युत]] उत्पादन क्षमता 2,635 मेगावाट हुआ करती थी, जो आज बढ़कर 4,621 मेगावाट तक हो गई है। इसी तरह और भी कई योजनाओं पर कार्य चल रहा है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[उत्तर प्रदेश]] | ||[[चित्र:Kashi-Vishwanath.jpg|right|100px|विश्वनाथ मन्दिर, वाराणसी, उत्तर प्रदेश]][[भारत]] के विकास में [[उत्तर प्रदेश]] का बहुत ही महत्त्वपूर्ण योगदान रहा है। [[14 जनवरी]], [[2000]] को 'उत्तर प्रदेश राज्य बिजली बोर्ड' का पुनर्गठन करके 'उत्तर प्रदेश विद्युत निगम', 'उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उत्पादन' तथा 'उत्तर प्रदेश पनबिजली निगम' की स्थापना की गई थी। 'उत्तर प्रदेश राज्य बिजली बोर्ड' की स्थापना के समय पन बिजलीघरों और ताप बिजलीघरों की कुल [[विद्युत]] उत्पादन क्षमता 2,635 मेगावाट हुआ करती थी, जो आज बढ़कर 4,621 मेगावाट तक हो गई है। इसी तरह और भी कई योजनाओं पर कार्य चल रहा है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[उत्तर प्रदेश]] | ||
{निम्नांकित नगरों में से कौन-सा [[कर्क रेखा]] से निकटतम दूरी पर स्थित है? | {निम्नांकित नगरों में से कौन-सा [[कर्क रेखा]] से निकटतम दूरी पर स्थित है? | ||
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-[[अगरतला]] | -[[अगरतला]] | ||
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||[[चित्र:Dhuandhar-Falls-Bhedaghat.jpg|right|120px|धुआँधार जलप्रपात, जबलपुर]]'जबलपुर' [[मध्य प्रदेश]] राज्य, मध्य [[भारत]] में स्थित है। यह [[नर्मदा नदी]] के उत्तर में निचली पहाड़ियों से घिरे चट्टानी बेसिन में [[झील|झीलों]] और मंदिरों के बीच स्थित है। [[जबलपुर]] नगर से 18 कि.मी. दक्षिण-पश्चिम में नर्मदा बहती है। [[धुआँधार प्रपात|धुआँधार जलप्रपात]] निर्मित करने के बाद नदी विख्यात संगमरमर की चट्टानों के क्षेत्रों से गुज़रती है, जो पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र हैं। अन्य पर्यटन स्थलों में संगमरमर की चट्टानों, धुआँधार जलप्रपात, चौंसठ योगिनी मंदिर, देवताल और रानीताल शामिल हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[जबलपुर]] | ||[[चित्र:Dhuandhar-Falls-Bhedaghat.jpg|right|120px|धुआँधार जलप्रपात, जबलपुर]]'जबलपुर' [[मध्य प्रदेश]] राज्य, मध्य [[भारत]] में स्थित है। यह [[नर्मदा नदी]] के उत्तर में निचली पहाड़ियों से घिरे चट्टानी बेसिन में [[झील|झीलों]] और मंदिरों के बीच स्थित है। [[जबलपुर]] नगर से 18 कि.मी. दक्षिण-पश्चिम में नर्मदा बहती है। [[धुआँधार प्रपात|धुआँधार जलप्रपात]] निर्मित करने के बाद नदी विख्यात संगमरमर की चट्टानों के क्षेत्रों से गुज़रती है, जो पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र हैं। अन्य पर्यटन स्थलों में संगमरमर की चट्टानों, धुआँधार जलप्रपात, चौंसठ योगिनी मंदिर, देवताल और रानीताल शामिल हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[जबलपुर]] | ||
{किस तिथि को दिन और रात बराबर होते हैं? | {किस तिथि को दिन और रात बराबर होते हैं? | ||
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-[[22 जून]] | -[[22 जून]] | ||
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-[[21 फ़रवरी]] | -[[21 फ़रवरी]] | ||
{'इन्दिरा गाँधी नहर' का उद्गम स्थल है- | {'इन्दिरा गाँधी नहर' का उद्गम स्थल है- | ||
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+गाँधी सागर बाँध | +गाँधी सागर बाँध | ||
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-गोविन्द बल्लभ सागर बाँध | -गोविन्द बल्लभ सागर बाँध | ||
{[[भारत]] का सबसे अधिक बाढ़ग्रस्त राज्य कौन-सा है? | {[[भारत]] का सबसे अधिक बाढ़ग्रस्त राज्य कौन-सा है? | ||
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-[[असम]] | -[[असम]] | ||
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||[[चित्र:Mahabodhi-Temple-Bihar.jpg|right|100px|महाबोधि मन्दिर, बिहार]]'बिहार' [[भारत]] के प्रमुख राज्यों में से एक है। इसके उत्तर में [[नेपाल]], पूर्व में [[पश्चिम बंगाल]], पश्चिम में [[उत्तर प्रदेश]] तथा दक्षिण में [[झारखण्ड]] राज्य हैं। यहाँ अनेक नदियाँ बहती हैं, जिनमें [[गंगा]] प्रमुख है। उत्तरी बिहार [[बागमती नदी|बागमती]], [[कोसी नदी|कोसी]], [[गंडक नदी|गंडक]], [[सोन नदी|सोन]] और उनकी सहायक नदियों का समतल मैदान है। [[बिहार]] के उत्तर में [[हिमालय पर्वत|हिमालय पर्वत श्रेणी]] है और दक्षिण में [[छोटा नागपुर पठार]] है, जिसका हिस्सा अब झारखण्ड है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[बिहार]] | ||[[चित्र:Mahabodhi-Temple-Bihar.jpg|right|100px|महाबोधि मन्दिर, बिहार]]'बिहार' [[भारत]] के प्रमुख राज्यों में से एक है। इसके उत्तर में [[नेपाल]], पूर्व में [[पश्चिम बंगाल]], पश्चिम में [[उत्तर प्रदेश]] तथा दक्षिण में [[झारखण्ड]] राज्य हैं। यहाँ अनेक नदियाँ बहती हैं, जिनमें [[गंगा]] प्रमुख है। उत्तरी बिहार [[बागमती नदी|बागमती]], [[कोसी नदी|कोसी]], [[गंडक नदी|गंडक]], [[सोन नदी|सोन]] और उनकी सहायक नदियों का समतल मैदान है। [[बिहार]] के उत्तर में [[हिमालय पर्वत|हिमालय पर्वत श्रेणी]] है और दक्षिण में [[छोटा नागपुर पठार]] है, जिसका हिस्सा अब झारखण्ड है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[बिहार]] | ||
{संसार की सबसे बड़ी पोतवाहक नहर कौन-सी है? | {संसार की सबसे बड़ी पोतवाहक नहर कौन-सी है? | ||
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-कील नहर | -कील नहर | ||
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-स्वेज नहर | -स्वेज नहर | ||
{'[[बरमूडा त्रिकोण]]' कहाँ अवस्थित है? | {'[[बरमूडा त्रिकोण]]' कहाँ अवस्थित है? | ||
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-पूर्वी-दक्षिणी अटलांटिक महासागर में | -पूर्वी-दक्षिणी अटलांटिक महासागर में | ||
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-दक्षिणी [[हिन्द महासागर]] में | -दक्षिणी [[हिन्द महासागर]] में | ||
{विश्व की सर्वाधिक गहरी [[झील]] कौन-सी है? | {विश्व की सर्वाधिक गहरी [[झील]] कौन-सी है? | ||
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-टीटीकाका | -टीटीकाका | ||
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-[[मृत सागर]] | -[[मृत सागर]] | ||
{निम्न में से कौन-सा पारिस्थितिकी तंत्र [[पृथ्वी]] के सर्वाधिक क्षेत्र पर फैला हुआ है? | {निम्न में से कौन-सा पारिस्थितिकी तंत्र [[पृथ्वी]] के सर्वाधिक क्षेत्र पर फैला हुआ है? | ||
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-[[मरुस्थल]] | -[[मरुस्थल]] | ||
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||[[चित्र:Arabian-Sea-3.jpg|right|120px|अरब सागर, केरल]]'सागर' या 'समुद्र' खारे पानी का विशाल और लगातार प्रवाहित होने वाली लहरों का क्षेत्र है, जो [[पृथ्वी]] का ज़्यादातर हिस्सा ढके हुए है। यह महासागरों का हिस्सा होते हैं, जैसे- [[हिंद महासागर]], [[अरब सागर]] आदि। [[भारत]] तीन तरफ़ से [[समुद्र]] से घिरा हुआ एक विशाल [[प्रायद्वीप]] है और इसका समुद्र तट भी काफ़ी लम्बा है, जो 7500 किलोमीटर से अधिक फैला हुआ है। हिंद महासागर का अधिकांश भाग पृथ्वी के दक्षिणी गोलार्ध में आता है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[समुद्र]] | ||[[चित्र:Arabian-Sea-3.jpg|right|120px|अरब सागर, केरल]]'सागर' या 'समुद्र' खारे पानी का विशाल और लगातार प्रवाहित होने वाली लहरों का क्षेत्र है, जो [[पृथ्वी]] का ज़्यादातर हिस्सा ढके हुए है। यह महासागरों का हिस्सा होते हैं, जैसे- [[हिंद महासागर]], [[अरब सागर]] आदि। [[भारत]] तीन तरफ़ से [[समुद्र]] से घिरा हुआ एक विशाल [[प्रायद्वीप]] है और इसका समुद्र तट भी काफ़ी लम्बा है, जो 7500 किलोमीटर से अधिक फैला हुआ है। हिंद महासागर का अधिकांश भाग पृथ्वी के दक्षिणी गोलार्ध में आता है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[समुद्र]] | ||
{[[उत्तर प्रदेश]] में उगाई जाने वाली निम्न फ़सलों में से किसकी अवधि न्यूनतम है? | {[[उत्तर प्रदेश]] में उगाई जाने वाली निम्न फ़सलों में से किसकी अवधि न्यूनतम है? | ||
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{उष्ण कटिबन्धीय वन को [[भारत]] में क्या कहते हैं? | {उष्ण कटिबन्धीय वन को [[भारत]] में क्या कहते हैं? | ||
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07:52, 21 जून 2012 का अवतरण
भूगोल सामान्य ज्ञान
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