"सदस्य:रविन्द्र प्रसाद/4": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
No edit summary
No edit summary
पंक्ति 14: पंक्ति 14:
||[[चित्र:Sarangi.jpg|right|100px|सारंगी]]'सारंगी' शास्त्रीय संगीत का एक ऐसा [[वाद्य यंत्र]] है, जो [[गति]] के शब्दों और अपनी धुन के साथ इस प्रकार से मिलाप करता है कि दोनों की तारतम्यता देखते ही बनती है। [[सारंगी]] मुख्य रूप से गायकी प्रधान वाद्य यंत्र है। इसको 'लहरा' अर्थात अन्य वाद्य यंत्रों की जुगलबंदी के साथ पेश किया जाता है। [[मुस्लिम]] शासन काल में सारंगी [[नृत्य]] तथा गायन दरबार का प्रमुख [[संगीत]] था।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[सारंगी]]
||[[चित्र:Sarangi.jpg|right|100px|सारंगी]]'सारंगी' शास्त्रीय संगीत का एक ऐसा [[वाद्य यंत्र]] है, जो [[गति]] के शब्दों और अपनी धुन के साथ इस प्रकार से मिलाप करता है कि दोनों की तारतम्यता देखते ही बनती है। [[सारंगी]] मुख्य रूप से गायकी प्रधान वाद्य यंत्र है। इसको 'लहरा' अर्थात अन्य वाद्य यंत्रों की जुगलबंदी के साथ पेश किया जाता है। [[मुस्लिम]] शासन काल में सारंगी [[नृत्य]] तथा गायन दरबार का प्रमुख [[संगीत]] था।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[सारंगी]]


{सत्य महिमा धर्म आन्दोलन की शुरुआत किसने की?(भा.क.सं., पृ. 297, प्र. 629)
{सत्य महिमा धर्म आन्दोलन की शुरुआत किसने की थी?(भा.क.सं., पृ. 297, प्र. 629)
|type="()"}
|type="()"}
-बाबा रामसिंह
-बाबा रामसिंह
पंक्ति 20: पंक्ति 20:
-पंडित रमाबाई
-पंडित रमाबाई
-मुकुन्द दास
-मुकुन्द दास
{निम्न में से कौन 'सेनिया घराने' से सम्बन्धित हैं?(भारतकोश)
|type="()"}
-[[हरिप्रसाद चौरसिया]]
-[[शिवकुमार शर्मा|पंडित शिवकुमार शर्मा]]
+[[अमजद अली ख़ाँ]]
-[[उस्ताद बिस्मिल्ला ख़ाँ]]
||[[चित्र:Amjad-ali-khan.jpg|right|120px|अमजद अली ख़ाँ]]'अमजद अली ख़ाँ' का जन्म [[9 अक्तूबर]], [[1945]] को [[ग्वालियर]], ([[मध्य प्रदेश]]) में हुआ था। ये एक प्रसिद्ध सरोद वादक हैं, जो अपनी वंशावली को 'सेनिया घराने' से जोड़ते हैं। [[अमजद अली ख़ाँ]] [[भारत]] के अग्रणी शास्त्रीय संगीतकारों में से एक हैं। ग्वालियर के शाही परिवार के संगीतकार हाफ़िज अली ख़ां के पुत्र अमजद अली ख़ां प्रसिद्ध बंगश वंशावली की छठी पीढ़ी के हैं, जिसकी जड़ें [[संगीत]] की सेनिया बंगश शैली में हैं। इस शैली की परंपरा को बादशाह [[अकबर]] के अमर दरबारी संगीतकार मियां [[तानसेन]] के समय से जोड़ा जा सकता है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[अमजद अली ख़ाँ]]


{[[कत्थक नृत्य]] प्रारम्भ करने के तरीके को क्या कहते हैं?(भा.क.सं., पृ. 279, प्र. 248)
{[[कत्थक नृत्य]] प्रारम्भ करने के तरीके को क्या कहते हैं?(भा.क.सं., पृ. 279, प्र. 248)

05:30, 9 जुलाई 2012 का अवतरण

अर्थशास्त्र सामान्य ज्ञान

1 तुर्क अपने साथ कौन-कौन से वाद्य यंत्र लाये थे?(भा.क.सं., पृ. 297, प्र. 627)

सितार और बांसुरी
रबाब और सारंगी
वीणा और तबला
तानपुरा और मृदंग

2 सत्य महिमा धर्म आन्दोलन की शुरुआत किसने की थी?(भा.क.सं., पृ. 297, प्र. 629)

बाबा रामसिंह
गुलाम अहमद
पंडित रमाबाई
मुकुन्द दास

3 निम्न में से कौन 'सेनिया घराने' से सम्बन्धित हैं?(भारतकोश)

हरिप्रसाद चौरसिया
पंडित शिवकुमार शर्मा
अमजद अली ख़ाँ
उस्ताद बिस्मिल्ला ख़ाँ

4 कत्थक नृत्य प्रारम्भ करने के तरीके को क्या कहते हैं?(भा.क.सं., पृ. 279, प्र. 248)

तत्कार
ठाट
सलामी
आमद

5 जिस जैन ग्रंथ में तीर्थंकरों के जीवन चरित हैं, उसका नाम क्या है?(भा.क.सं., पृ. 297, प्र. 630)

आदि पुराण
उवासगदसाओ
कल्पसूत्र
भगवती सूत्र

6 दक्षिण भारत के किस राजवंश से भरतनाट्यम नृत्य सम्बन्धित रहा है?(भा.क.सं., पृ. 279, प्र. 257)

चोल
चेर
पाण्ड्य
विजयनगर

7 सरोद नामक वाद्य यंत्र मुख्यत: किस लकड़ी का बना होता है?(भा.क.सं., पृ. 276, प्र. 176)

सागवान
विजयसाल
पोली
खैर

8 निम्नलिखित में से कौन-सा एकल नृत्य है?(भा.क.सं., पृ. 279, प्र. 264)

भरतनाट्यम
कुचिपुड़ी
कत्थक
मोहिनीअट्टम

9 संगीत के किस ग्रंथ को वैदिक संगीत का व्याकरण माना जाता है?(भा.क.सं., पृ. 277, प्र. 199)

नारदीय शिक्षा
पाणिनी शिक्षा
संगीत मकरन्द
नाट्यशास्त्र

10 नटवरी नृत्य किस शास्त्रीय नृत्य को कहा जाता है?(भा.क.सं., पृ. 278, प्र. 242)

कत्थक
भरतनाट्यम
कुचिपुड़ी
मोहिनीअट्टम

11 भगवान जगन्नाथ को कौन-सा नृत्य समर्पित किया गया है?(भा.क.सं., पृ. 280, प्र. 274)

कुचिपुड़ी
कथकली
ओडिसी
कत्थक

12 मणिपुरी नृत्य किस धर्म से सम्बन्धित है?(भा.क.सं., पृ. 280, प्र. 289)

जैन
वैष्णव
बौद्ध
शैव

13 दुर्गामाता की आराधना हेतु गरबा नामक लोक नृत्य किस राज्य में प्रचलित है?(भा.क.सं., पृ. 280, प्र. 299)

गुजरात
पंजाब
बिहार
राजस्थान

14 प्रसिद्ध लोक नृत्य 'भांगड़ा' से सम्बन्धित कौन-सा तथ्य असत्य है?(भा.क.सं., पृ. 281, प्र. 300)

यह पंजाब का लोक नृत्य है
यह पुरुष प्रधान सामूहिक नृत्य है
यह गुजरात में भी प्रचलित है
फ़सल के पकने पर यह नृत्य किया जाता है

15 निम्नलिखित में से किसने कभी संन्यास ग्रहण नहीं किया?(भा.क.सं., पृ. 293, प्र. 547)

चैतन्य
वल्लभाचार्य
रामानुज
ज्ञानेश्वर

16 किस सूफ़ी ने भारत को 'पृथ्वी का स्वर्ग' कहा?(भा.क.सं., पृ. 292, प्र. 541)

बाबा फ़रीद
निज़ामुद्दीन औलिया
अमीर खुर्द
अमीर ख़ुसरो