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'''असमंजस''' [इक्ष्वाकु वंश]] के राजा [[सगर]] की बड़ी रानी का पुत्र था। राजा सगर की छोटी रानियों के बहुत से पुत्र थे। कहा जाता है कि संख्या में ये साठ हज़ार थे। सगर के ये पुत्र बहुत बलवान और चतुर थे और तरह-तरह की विद्याओं में पारंगत थे। | |||
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*नदी में डूबते हुए बच्चों को देखकर असमंजस बड़ा प्रसन्न होता था। | |||
*राजा सगर को जब मालूम पड़ा तो उन्होंने असमंजस को उसकी पत्नी समेत राज्य से निर्वासित कर दिया। | |||
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12:33, 15 अक्टूबर 2012 का अवतरण
असमंजस [इक्ष्वाकु वंश]] के राजा सगर की बड़ी रानी का पुत्र था। राजा सगर की छोटी रानियों के बहुत से पुत्र थे। कहा जाता है कि संख्या में ये साठ हज़ार थे। सगर के ये पुत्र बहुत बलवान और चतुर थे और तरह-तरह की विद्याओं में पारंगत थे।
- असमंजस राह में खेलते हुए बालकों को उठाकर सरयू नदी में फेंक दिया करता था।
- नदी में डूबते हुए बच्चों को देखकर असमंजस बड़ा प्रसन्न होता था।
- राजा सगर को जब मालूम पड़ा तो उन्होंने असमंजस को उसकी पत्नी समेत राज्य से निर्वासित कर दिया।
- असमंजस हाथ में कुदाल लेकर वन और पर्वतों पर घूमने लगा। इसके पुत्र का नाम अंशुमान था।
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