"सदस्य:रविन्द्र प्रसाद/1": अवतरणों में अंतर
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{'ठेले पर हिमालय' रचना किस विद्या की है? | {'ठेले पर हिमालय' रचना किस विद्या की है? | ||
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-आलोचना | -[[आलोचना (साहित्य)|आलोचना]] | ||
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-आलोचना | -[[आलोचना (साहित्य)|आलोचना]] | ||
+नाटक | +[[नाटक]] | ||
-[[कहानी]] | -[[कहानी]] | ||
||'नाटक' [[रंगमंच]] से जुड़ी एक विधा है, जिसे अभिनय करने वाले कलाकारों के माध्यम से प्रस्तुत किया जाता है। नाटक की परम्परा बहुत प्राचीन है। यह अपने जन्म से ही शब्द की कला के साथ-साथ अभिनय की महत्त्वपूर्ण कला भी रहा है। अभिनय रंगमंच पर किया जाता है। रंगमंच पर [[नाटक]] के प्रस्तुतीकरण के लिए लेखक के शब्दों के अतिरिक्त, निर्देशक, अभिनेता, मंच-व्यवस्थापक और दर्शक की भी आवश्यकता होती है। नाटक के शब्दों के साथ जब इन सबका सहयोग घटित होता है, तब नाट्यानुभूति या रंगानुभूति पैदा होती है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[नाटक]] | |||
{'वीरों का कैसा हो वसंत' कविता की रचना निम्न में से किसने की थी? | {'वीरों का कैसा हो वसंत' कविता की रचना निम्न में से किसने की थी? |
09:40, 5 मार्च 2013 का अवतरण
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