"सदस्य:रविन्द्र प्रसाद/1": अवतरणों में अंतर

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||[[चित्र:Rahul Sankrityayan.JPG|right|80px|राहुल सांकृत्यायन]]राहुल सांकृत्यायन को 'हिन्दी यात्रा साहित्य का जनक' माना जाता है। वे एक प्रतिष्ठित बहुभाषाविद थे और 20वीं सदी के पूर्वार्द्ध में उन्होंने यात्रा वृतांत तथा विश्व-दर्शन के क्षेत्र में साहित्यिक योगदान किए। [[राहुल सांकृत्यायन]] ने [[हिन्दी साहित्य]] के अतिरिक्त [[धर्म]], [[दर्शन]], लोक-साहित्य, यात्रा-साहित्य, जीवनी, राजनीति, [[इतिहास]], [[संस्कृत]] के ग्रन्थों की [[टीका]] और अनुवाद, कोश, तिब्बती भाषा एवं बालपोथी सम्पादन आदि विषयों पर पूरे अधिकार के साथ लिखा है। [[हिन्दी भाषा]] और [[साहित्य]] के क्षेत्र में राहुल जी ने 'अपभ्रंश काव्य साहित्य', 'दक्खिनी हिन्दी साहित्य' आदि हिन्दी की कहानियाँ प्रस्तुत कर लुप्त प्राय निधि का उद्धार किया है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[राहुल सांकृत्यायन]]
||[[चित्र:Rahul Sankrityayan.JPG|right|80px|राहुल सांकृत्यायन]]राहुल सांकृत्यायन को 'हिन्दी यात्रा साहित्य का जनक' माना जाता है। वे एक प्रतिष्ठित बहुभाषाविद थे और 20वीं सदी के पूर्वार्द्ध में उन्होंने यात्रा वृतांत तथा विश्व-दर्शन के क्षेत्र में साहित्यिक योगदान किए। [[राहुल सांकृत्यायन]] ने [[हिन्दी साहित्य]] के अतिरिक्त [[धर्म]], [[दर्शन]], लोक-साहित्य, यात्रा-साहित्य, जीवनी, राजनीति, [[इतिहास]], [[संस्कृत]] के ग्रन्थों की [[टीका]] और अनुवाद, कोश, तिब्बती भाषा एवं बालपोथी सम्पादन आदि विषयों पर पूरे अधिकार के साथ लिखा है। [[हिन्दी भाषा]] और [[साहित्य]] के क्षेत्र में राहुल जी ने 'अपभ्रंश काव्य साहित्य', 'दक्खिनी हिन्दी साहित्य' आदि हिन्दी की कहानियाँ प्रस्तुत कर लुप्त प्राय निधि का उद्धार किया है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[राहुल सांकृत्यायन]]


{[[हिन्दी भाषा]] को लिखने के लिए कौन-सी [[लिपि]] प्रयोग की जाती है?
{'अश्क' किस साहित्यकार का उपनाम है?(पृ.सं. 3
|type="()"}
|type="()"}
+[[देवनागरी लिपि|देवनागरी]]
+[[उपेन्द्रनाथ अश्क|उपेन्द्रनाथ]]
-[[फ़ारसी भाषा|फ़ारसी]]
-[[प्रेमचन्द]]
-[[ब्राह्मी लिपि|ब्राह्मी]]
-[[अम्बिकादत्त व्यास|अम्बिकादत्त]]
-[[गुरुमुखी लिपि|गुरुमुखी]]
-[[भगवतीचरण वर्मा|भगवतीचरण]]
||[[चित्र:Hindi-Alphabhet.jpg|right|100px|हिन्दी वर्णमाला]]'देवनागरी' एक [[लिपि]] है, जिसमें अनेक भारतीय भाषाएँ तथा कुछ विदेशी भाषाएँ भी लिखीं जाती हैं। [[भारत]] तथा [[एशिया]] की अनेक लिपियों के संकेत [[देवनागरी लिपि|देवनागरी]] से अलग हैं, किंतु उच्चारण व वर्ण-क्रम आदि देवनागरी के ही समान हैं, क्योंकि वे सभी [[ब्राह्मी लिपि]] से उत्पन्न हुई हैं। इसलिए इन लिपियों को परस्पर आसानी से लिप्यन्तरित किया जा सकता है। देवनागरी लेखन की दृष्टि से सरल, सौन्दर्य की दृष्टि से सुन्दर और वाचन की दृष्टि से सुपाठ्य है। राष्ट्रभाषा [[हिन्दी]] भी इसी लिपि में लिखी जाती है। इसकी प्रमुख बोलियों में [[अवधी]], [[भोजपुरी]], [[ब्रजभाषा]], [[छत्तीसगढ़ी]], [[गढ़वाली]], [[हरियाणवी]], [[कुमायूँनी बोली|कुमायूँनी]], [[मागधी]] और [[मारवाड़ी भाषा]] शामिल हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[देवनागरी लिपि]]
||[[चित्र:Upendranath-Ashk.jpg|right|100px|उपेन्द्रनाथ अश्क]]'उपेन्द्रनाथ अश्क' प्रसिद्ध [[उपन्यासकार]], निबन्धकार, लेखक, कहानीकार थे। अश्क जी ने आदर्शोन्मुख, कल्पनाप्रधान अथवा कोरी रोमानी रचनाएँ कीं। [[उर्दू]] के सफल लेखक [[उपेन्द्रनाथ अश्क]] ने उपन्यास सम्राट [[मुंशी प्रेमचंद]] की सलाह पर [[हिन्दी]] में लिखना आरम्भ किया था। [[1933]] में प्रकाशित उनके दूसरे कहानी संग्रह 'औरत की फितरत' की भूमिका मुंशी प्रेमचन्द ने ही लिखी थी। अश्क जी ने इससे पहले भी बहुत कुछ लिखा था। उर्दू में 'नव-रत्न' और 'औरत की फ़ितरत' उनके दो कहानी संग्रह प्रकाशित हो चुके थे। प्रथम हिन्दी संग्रह 'जुदाई की शाम का गीत' ([[1933]]) की अधिकांश कहानियाँ उर्दू में छप चुकी थीं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[उपेन्द्रनाथ अश्क]]


{[[हिन्दी]] बोली [[भारत]] में कौन बोलते हैं?
{[[हिन्दी]] बोली [[भारत]] में कौन बोलते हैं?

05:30, 6 मार्च 2013 का अवतरण

3 'अशुभ बेला' रचना किसकी है?

भगवानदास मोरवाल
मैत्रेयी पुष्पा
समरेश मजूमदार
विवेकी राय

4 'भक्ति आंदोलन' का सूत्रपात उत्तर भारत से न होकर दक्षिण भारत में हुआ, इसका मूल कारण क्या है?

दक्षिण भारत में मुस्लिम शासकों ने आक्रमण किए थे।
यह भाग पूर्णत: निरापद था।
दक्षिण भारत व्यापारिक केंद्र था, जिससे धर्मावलम्बी वहाँ आकर बसे।
भारत के इस क्षेत्र में हिन्दू अधिक थे।

5 'कामायनी' को फैंटसी किस विद्वान ने कहा है?

डॉ. नगेन्द्र
गजानन माधव 'मुक्तिबोध'
बालकृष्ण शर्मा नवीन
सुमित्रानंदन पंत

8 'ठेले पर हिमालय' रचना किस विद्या की है?

आलोचना
कहानी
निबन्ध
संस्मरण

10 'अश्क' किस साहित्यकार का उपनाम है?(पृ.सं. 3

उपेन्द्रनाथ
प्रेमचन्द
अम्बिकादत्त
भगवतीचरण

11 हिन्दी बोली भारत में कौन बोलते हैं?

हिन्दू
भारत की अधिकांश जनता
मुस्लिम
भारत की 30 प्रतिशत जनता

12 'मयंक मंजरी' नामक रचना किस विधा की है?

कविता
आलोचना
नाटक
कहानी

13 'वीरों का कैसा हो वसंत' कविता की रचना निम्न में से किसने की थी?

सुभद्रा कुमारी चौहान
भगवतीचरण वर्मा
सरोजिनी नायडू
महादेवी वर्मा

14 भाषा विज्ञान के अध्ययन को क्या कहते हैं?

हिन्दी भाषा का अध्ययन
भाषा के स्वरूप का अध्ययन
भाषा तत्वों का अध्ययन
भाषा परिवार का अध्ययन

15 'गोस्वामी कृष्ण शरण' जयशंकर प्रसाद के किस उपन्यास का महत्त्वपूर्ण पात्र है?

कंकाल
तितली
इरावती
कामायनी