"तारीख़ अलफी": अवतरणों में अंतर
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*अलिफ़ अरबी में हज़ार को कहते हैं। हिजरी सन का हज़ारवाँ साल [[19 अक्टूबर]], 1591 से [[8 सितम्बर]] को पूरा हुआ था। | *अलिफ़ अरबी में हज़ार को कहते हैं। हिजरी सन का हज़ारवाँ साल [[19 अक्टूबर]], 1591 से [[8 सितम्बर]] को पूरा हुआ था। | ||
*इसी सहस्राब्दी के उपलक्ष्य में [[अकबर]] ने हिजरी सन के आरम्भ से लेकर हज़ार सालों का इतिहास लिखवाया। | *इसी सहस्राब्दी के उपलक्ष्य में [[अकबर]] ने [[हिजरी]] सन के आरम्भ से लेकर हज़ार सालों का इतिहास लिखवाया। | ||
*उस समय के प्रसिद्ध निजामुद्दीन अहमद तथा अन्य दूसरे विद्वानों ने इसके अलग-अलग भाग को लिखा। | *उस समय के प्रसिद्ध निजामुद्दीन अहमद तथा अन्य दूसरे विद्वानों ने इसके अलग-अलग भाग को लिखा। | ||
*'तारीख़ अलफी' के तीन भागों में से दो को अहमद ने और तीसरे को आसिफ़ ख़ाँ ने लिखा था। दुहराने का काम [[मुल्ला बदायूँनी]] को दिया गया।<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम= अकबर|लेखक= राहुल सांकृत्यायन|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक= किताब महल, इलाहाबाद|संकलन= |संपादन= |पृष्ठ संख्या=294|url=}}</ref> | *'तारीख़ अलफी' के तीन भागों में से दो को अहमद ने और तीसरे को आसिफ़ ख़ाँ ने लिखा था। दुहराने का काम [[मुल्ला बदायूँनी]] को दिया गया।<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम= अकबर|लेखक= राहुल सांकृत्यायन|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक= किताब महल, इलाहाबाद|संकलन= |संपादन= |पृष्ठ संख्या=294|url=}}</ref> |
13:23, 23 अप्रैल 2013 का अवतरण
तारीख़ अलफी मुग़ल काल में लिखी गई पुस्तक है। निजामुद्दीन अहमद तथा दूसरे विद्वानों ने इसके अलग-अलग भाग को लिखा था।
- अलिफ़ अरबी में हज़ार को कहते हैं। हिजरी सन का हज़ारवाँ साल 19 अक्टूबर, 1591 से 8 सितम्बर को पूरा हुआ था।
- इसी सहस्राब्दी के उपलक्ष्य में अकबर ने हिजरी सन के आरम्भ से लेकर हज़ार सालों का इतिहास लिखवाया।
- उस समय के प्रसिद्ध निजामुद्दीन अहमद तथा अन्य दूसरे विद्वानों ने इसके अलग-अलग भाग को लिखा।
- 'तारीख़ अलफी' के तीन भागों में से दो को अहमद ने और तीसरे को आसिफ़ ख़ाँ ने लिखा था। दुहराने का काम मुल्ला बदायूँनी को दिया गया।[1]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ अकबर |लेखक: राहुल सांकृत्यायन |प्रकाशक: किताब महल, इलाहाबाद |पृष्ठ संख्या: 294 |