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*अलमसूदी अरब के प्रसिद्ध विद्वानों में गिना जाता था।
*अलमसूदी अरब के प्रसिद्ध विद्वानों में गिना जाता था।
*एक प्रसिद्ध भूगोलवेत्ता होने के साथ ही वह इतिहासकार, विश्व यात्री और एक सक्षम लेखक भी था।
*एक प्रसिद्ध भूगोलवेत्ता होने के साथ ही वह इतिहासकार, विश्व यात्री और एक सक्षम लेखक भी था।
*उसने [[एशिया]] तथा [[अफ़्रीका]] के कई प्रदेशों की लम्बी यात्राएँ की थीं। उसकी इन यात्राओं में परशिया, शाम (सीरिया), अरमीनिया, अजबैजान, [[कैस्पियन सागर]], बोल्गा क्षेत्र, मध्य एशिया, [[भारत]], [[श्रीलंका|लंका]], मेडागास्कर, ओमन, अरब का दक्षिणी भाग, [[यूनान|यूनान साम्राज्य]], स्पेन, मिस्र आदि प्रमुख हैं।  
*उसने [[एशिया]] तथा [[अफ़्रीका]] के कई प्रदेशों की लम्बी यात्राएँ की थीं। उसकी इन यात्राओं में परशिया, शाम (सीरिया), अरमीनिया, अजबैजान, [[कैस्पियन सागर]], बोल्गा क्षेत्र, मध्य एशिया, [[भारत]], [[श्रीलंका|लंका]], मेडागास्कर, ओमन, अरब का दक्षिणी भाग, [[यूनान|यूनान साम्राज्य]], स्पेन, मिस्र आदि प्रमुख हैं।
*सम्भवत:  [[गुर्जर प्रतिहार वंश]] के शासक [[महिपाल]] (910-940 ई.) के शासन काल के दौरान ही अलमसूदी [[गुजरात]] आया था। उसने गुर्जर प्रतिहारों को 'अलगुर्जर' एवं राजा को 'बौरा' कहा था।
*अपनी [[भारत]] यात्रा के समय अलमसूदी [[राष्ट्रकूट साम्राज्य|राष्ट्रकूट]] एवं [[प्रतिहार साम्राज्य|प्रतिहार]] शासकों के विषय में जानकारी देता है।
*अपनी [[भारत]] यात्रा के समय अलमसूदी [[राष्ट्रकूट साम्राज्य|राष्ट्रकूट]] एवं [[प्रतिहार साम्राज्य|प्रतिहार]] शासकों के विषय में जानकारी देता है।



13:36, 31 अक्टूबर 2013 का अवतरण

अलमसूदी

अलमसूदी अरब का एक विद्वान और प्रमुख भूगोलवेत्ता था। 915-916 ई. में वह भारत की यात्रा करने वाला बग़दाद का विदेशी यात्री था। उसका जन्म नवीं शताब्दी के अंतिम चरण में बग़दाद में हुआ था। यद्यपि उसकी सही जन्म तिथि के विषय में अधिकृत सूचना उपलब्ध नहीं है। उसकी मृत्यु 965 ई. में मिस्र में हुई।

  • अलमसूदी अरब के प्रसिद्ध विद्वानों में गिना जाता था।
  • एक प्रसिद्ध भूगोलवेत्ता होने के साथ ही वह इतिहासकार, विश्व यात्री और एक सक्षम लेखक भी था।
  • उसने एशिया तथा अफ़्रीका के कई प्रदेशों की लम्बी यात्राएँ की थीं। उसकी इन यात्राओं में परशिया, शाम (सीरिया), अरमीनिया, अजबैजान, कैस्पियन सागर, बोल्गा क्षेत्र, मध्य एशिया, भारत, लंका, मेडागास्कर, ओमन, अरब का दक्षिणी भाग, यूनान साम्राज्य, स्पेन, मिस्र आदि प्रमुख हैं।
  • सम्भवत: गुर्जर प्रतिहार वंश के शासक महिपाल (910-940 ई.) के शासन काल के दौरान ही अलमसूदी गुजरात आया था। उसने गुर्जर प्रतिहारों को 'अलगुर्जर' एवं राजा को 'बौरा' कहा था।
  • अपनी भारत यात्रा के समय अलमसूदी राष्ट्रकूट एवं प्रतिहार शासकों के विषय में जानकारी देता है।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ