"प्रयोग:गोविन्द6": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
No edit summary
No edit summary
पंक्ति 9: पंक्ति 9:
|- valign="top"
|- valign="top"
|  
|  
<center>[[भारतकोश सम्पादकीय 27 मई 2014|असंसदीय संसद]]</center>
<center>[[भारतकोश सम्पादकीय 27 मई 2014|जनतंत्र की जाति]]</center>
[[चित्र:Jantantra-ki-jaati.JPG|right|120px|border|link=भारतकोश सम्पादकीय 27 मई 2014]]
[[चित्र:Jantantra-ki-jaati.JPG|right|120px|border|link=भारतकोश सम्पादकीय 27 मई 2014]]
<poem>
<poem>

12:56, 27 मई 2014 का अवतरण

भारतकोश सम्पादकीय -आदित्य चौधरी
जनतंत्र की जाति

         आज़ादी के वक़्त साढ़े तीन सौ से अधिक छोटी-बड़ी रियासतों में भारत बंटा हुआ था। इन रियासतों के रहनुमा अंग्रेज़ों के आगे जिस द्रुत गति से अपनी दुम हिलाते थे उससे उत्सर्जित होने वाली ऊर्जा से भारत की विद्युत आपूर्ति हो सकती थी। इन रियासतों के सरमायेदारों के नाम, आज जनता में कोई नहीं जानता। इसी समय ही अनेक व्यापारी-व्यवसायी भी थे, उन्हें भी कोई नहीं जानता। ...पूरा पढ़ें

पिछले सभी लेख असंसदीय संसद · किसी देश का गणतंत्र दिवस · ताऊ का इलाज