"श्रीचित्रा कला दीर्घा तिरुअनंतपुरम": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
No edit summary
No edit summary
पंक्ति 7: पंक्ति 7:
*[[1935]] में स्थापित इस दीर्घा का भवन भी उत्कृष्ट वास्तुशिल्प वाला है।  
*[[1935]] में स्थापित इस दीर्घा का भवन भी उत्कृष्ट वास्तुशिल्प वाला है।  
*यह कला दीर्घा कला प्रेमियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।  
*यह कला दीर्घा कला प्रेमियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।  
*इसके संग्रह में [[राजा रवि वर्मा]], निकोलस रोरिक, स्वेतलोबा, [[रवींद्रनाथ टैगोर]], जैमिनी राय जैसे महान कलाकारों के चित्र देखने को मिलते हैं।  
*इसके संग्रह में [[राजा रवि वर्मा]], निकोलस रोरिक, स्वेतलोबा, [[रवींद्रनाथ टैगोर]], [[जैमिनी राय]] जैसे महान कलाकारों के चित्र देखने को मिलते हैं।  
*इस दीर्घा में [[चित्रकला राजपूत शैली|राजपूत]] एवं [[चित्रकला मुग़ल शैली|मुग़ल शैली]] के लघु चित्र तथा तंजौर शैली के चित्र भी प्रदर्शित हैं।
*इस दीर्घा में [[चित्रकला राजपूत शैली|राजपूत]] एवं [[चित्रकला मुग़ल शैली|मुग़ल शैली]] के लघु चित्र तथा तंजौर शैली के चित्र भी प्रदर्शित हैं।
*ऐसे अमूल्य चित्र संग्रह के साथ ही इस दीर्घा में [[जापान]], [[चीन]], [[तिब्बत]] एवं इंडोनेशिया आदि देशों के चित्र भी देखने लायक़ हैं।
*ऐसे अमूल्य चित्र संग्रह के साथ ही इस दीर्घा में [[जापान]], [[चीन]], [[तिब्बत]] एवं इंडोनेशिया आदि देशों के चित्र भी देखने लायक़ हैं।


{{लेख प्रगति
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1|माध्यमिक=|पूर्णता=|शोध=}}
|आधार=
|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1
|माध्यमिक=
|पूर्णता=
|शोध=
}}
==संबंधित लेख==
==संबंधित लेख==
{{केरल के पर्यटन स्थल}}
{{केरल के पर्यटन स्थल}}
[[Category:केरल]]
[[Category:केरल]][[Category:केरल के पर्यटन स्थल]][[Category:तिरुअनंतपुरम]][[Category:पर्यटन कोश]]
[[Category:केरल के पर्यटन स्थल]]
[[Category:तिरुअनंतपुरम]]
[[Category:पर्यटन कोश]]
__INDEX__
__INDEX__
__NOTOC__
__NOTOC__

10:43, 11 जुलाई 2014 का अवतरण

तिरुअनंतपुरम तिरुअनंतपुरम पर्यटन तिरुअनंतपुरम ज़िला

श्रीचित्रा कला दीर्घा केरल की राजधानी तिरुअनंतपुरम में नेपियर संग्रहालय के निकट ही स्थित है।

  • 1935 में स्थापित इस दीर्घा का भवन भी उत्कृष्ट वास्तुशिल्प वाला है।
  • यह कला दीर्घा कला प्रेमियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
  • इसके संग्रह में राजा रवि वर्मा, निकोलस रोरिक, स्वेतलोबा, रवींद्रनाथ टैगोर, जैमिनी राय जैसे महान कलाकारों के चित्र देखने को मिलते हैं।
  • इस दीर्घा में राजपूत एवं मुग़ल शैली के लघु चित्र तथा तंजौर शैली के चित्र भी प्रदर्शित हैं।
  • ऐसे अमूल्य चित्र संग्रह के साथ ही इस दीर्घा में जापान, चीन, तिब्बत एवं इंडोनेशिया आदि देशों के चित्र भी देखने लायक़ हैं।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

संबंधित लेख