"मन मीत मेरे जरा धरो धीर -दिनेश सिंह": अवतरणों में अंतर
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अस्ताचल रवि फिर होगा उदय | अस्ताचल रवि फिर होगा उदय | ||
कमलिनी-दल खिलेंगे फिर | कमलिनी-दल खिलेंगे फिर वन में | ||
फिर गुंजन करेंगे भ्रमर वीर | फिर गुंजन करेंगे भ्रमर वीर | ||
मन मीत मेरे जरा धरो धीर | मन मीत मेरे जरा धरो धीर | ||
मन मीत मेरे जीवन पथ पर | मन मीत मेरे जीवन पथ पर | ||
सपनों के फूल बिछाता चल | |||
निरख ज्योति | निरख ज्योति अंतर नभ की | ||
आशा के दीप जलाता चल | आशा के दीप जलाता चल | ||
श्रम | श्रम-स्वप्न के जीवन-रथ पर | ||
बस चलता चल तू जीवन पथ पर | बस चलता चल तू जीवन पथ पर | ||
जीवन हर्षित हो-अमृत से सींच | जीवन हर्षित हो-अमृत से सींच |
09:34, 20 जुलाई 2014 का अवतरण
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
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