"वायकोम सत्याग्रह": अवतरणों में अंतर
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'''वायकोम सत्याग्रह''' ([[1924]]-[[1925]] ई.) एक प्रकार का गाँधीवादी आन्दोलन था। इस आन्दोलन का नेतृत्व टी.के. माधवन, के. केलप्पन तथा के.पी. केशवमेनन ने किया। यह आन्दोलन त्रावणकोर के एक मन्दिर के पास वाली सड़क के उपयोग से सम्बन्धित था। | '''वायकोम सत्याग्रह''' ([[1924]]-[[1925]] ई.) एक प्रकार का गाँधीवादी आन्दोलन था। इस आन्दोलन का नेतृत्व टी. के. माधवन, [[के. केलप्पन]] तथा के. पी. केशवमेनन ने किया। यह आन्दोलन त्रावणकोर के एक मन्दिर के पास वाली सड़क के उपयोग से सम्बन्धित था। | ||
*'वायकोम सत्याग्रह' का उद्देश्य निम्न जातीय एझवाओं एवं अछूतों द्वारा [[गाँधी जी]] के अहिंसावादी तरीके से त्रावणकोर के एक मंदिर के निकट की सड़कों के उपयोग के बारे में अपने-अपने अधिकारों को मनवाना था। | *'वायकोम सत्याग्रह' का उद्देश्य निम्न जातीय एझवाओं एवं अछूतों द्वारा [[गाँधी जी]] के अहिंसावादी तरीके से त्रावणकोर के एक मंदिर के निकट की सड़कों के उपयोग के बारे में अपने-अपने अधिकारों को मनवाना था। | ||
*आन्दोलन का नेतृत्व एझवाओं के [[कांग्रेस|कांग्रेसी]] नेता टी.के. माधवन, के. केलप्पन तथा के.पी. केशवमेनन ने किया। | *आन्दोलन का नेतृत्व एझवाओं के [[कांग्रेस|कांग्रेसी]] नेता टी. के. माधवन, [[के. केलप्पन]] तथा के. पी. केशवमेनन ने किया। | ||
*[[मार्च]], [[1925]] ई. में महात्मा गाँधी ने वायकोम का दौरा किया। | *[[मार्च]], [[1925]] ई. में महात्मा गाँधी ने वायकोम का दौरा किया। | ||
*बीस महीनों के पश्चात आन्दोलन कमज़ोर पड़ गया, क्योंकि [[अंग्रेज़]] सरकार ने अछूतों के लिए अलग सड़क का निर्माण करा दिया। | *बीस महीनों के पश्चात आन्दोलन कमज़ोर पड़ गया, क्योंकि [[अंग्रेज़]] सरकार ने अछूतों के लिए अलग सड़क का निर्माण करा दिया। |
11:21, 31 जुलाई 2014 का अवतरण
वायकोम सत्याग्रह (1924-1925 ई.) एक प्रकार का गाँधीवादी आन्दोलन था। इस आन्दोलन का नेतृत्व टी. के. माधवन, के. केलप्पन तथा के. पी. केशवमेनन ने किया। यह आन्दोलन त्रावणकोर के एक मन्दिर के पास वाली सड़क के उपयोग से सम्बन्धित था।
- 'वायकोम सत्याग्रह' का उद्देश्य निम्न जातीय एझवाओं एवं अछूतों द्वारा गाँधी जी के अहिंसावादी तरीके से त्रावणकोर के एक मंदिर के निकट की सड़कों के उपयोग के बारे में अपने-अपने अधिकारों को मनवाना था।
- आन्दोलन का नेतृत्व एझवाओं के कांग्रेसी नेता टी. के. माधवन, के. केलप्पन तथा के. पी. केशवमेनन ने किया।
- मार्च, 1925 ई. में महात्मा गाँधी ने वायकोम का दौरा किया।
- बीस महीनों के पश्चात आन्दोलन कमज़ोर पड़ गया, क्योंकि अंग्रेज़ सरकार ने अछूतों के लिए अलग सड़क का निर्माण करा दिया।
- 'वायकोम सत्याग्रह' मन्दिर प्रवेश का प्रथम आन्दोलन था।
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