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ईमेल प्रणाली का अविष्कार भारतीय अमेरिकी वीए शिवा अय्यदुरई ने उस समय किया जब वह केवल 14 साल के थे। वर्ष [[1978]] में अय्यदुरई ने कंप्यूटर प्रोग्राम तैयार किया जिसे 'ईमेल' कहा गया। इसमें इनबॉक्स, आउटबॉक्स, फोल्डर्स, मेमो, अटैचमेंट्स आदि सभी कुछ था। आज ये फीचर हर ईमेल सिस्टम के हिस्से हैं। अमेरिकी सरकार ने [[30 अगस्त]] [[1982]] को अय्यदुरई को आधिकारिक रूप से ईमेल की खोज करने वाले के रूप में मान्यता दी और 1978 की उनकी खोज के लिए पहला अमेरिकी कॉपीराइट दिया। उस समय सॉफ्टवेयर खोज की सुरक्षा के लिए कॉपीराइट एकमात्र तरीक़ा था। हफ्फिंगटन पोस्ट के अनुसार एर्पानेट, एमआईटी या सेना जैसे बड़े संस्थानों ने ईमेल की खोज नहीं की। इस प्रकार के संस्थानों का मानना था कि इस प्रकार की प्रणाली तैयार करना मुश्किल है।<ref>{{cite web |url=http://khabar.ndtv.com/news/world/as-email-turns-32-indian-american-reaffirms-his-claim-as-the-teen-creator-656512 |title=ई-मेल 32 का हुआ, भारतवंशी ने किया था इसका आविष्कार |accessmonthday=31 अगस्त |accessyear=2014 |last= |first= |authorlink= |format= |publisher=एनडीटीवी ख़बर |language=हिन्दी }}</ref> | ईमेल प्रणाली का अविष्कार भारतीय अमेरिकी वीए शिवा अय्यदुरई ने उस समय किया जब वह केवल 14 साल के थे। वर्ष [[1978]] में अय्यदुरई ने कंप्यूटर प्रोग्राम तैयार किया जिसे 'ईमेल' कहा गया। इसमें इनबॉक्स, आउटबॉक्स, फोल्डर्स, मेमो, अटैचमेंट्स आदि सभी कुछ था। आज ये फीचर हर ईमेल सिस्टम के हिस्से हैं। अमेरिकी सरकार ने [[30 अगस्त]] [[1982]] को अय्यदुरई को आधिकारिक रूप से ईमेल की खोज करने वाले के रूप में मान्यता दी और 1978 की उनकी खोज के लिए पहला अमेरिकी कॉपीराइट दिया। उस समय सॉफ्टवेयर खोज की सुरक्षा के लिए कॉपीराइट एकमात्र तरीक़ा था। हफ्फिंगटन पोस्ट के अनुसार एर्पानेट, एमआईटी या सेना जैसे बड़े संस्थानों ने ईमेल की खोज नहीं की। इस प्रकार के संस्थानों का मानना था कि इस प्रकार की प्रणाली तैयार करना मुश्किल है।<ref>{{cite web |url=http://khabar.ndtv.com/news/world/as-email-turns-32-indian-american-reaffirms-his-claim-as-the-teen-creator-656512 |title=ई-मेल 32 का हुआ, भारतवंशी ने किया था इसका आविष्कार |accessmonthday=31 अगस्त |accessyear=2014 |last= |first= |authorlink= |format= |publisher=एनडीटीवी ख़बर |language=हिन्दी }}</ref> |
13:12, 1 नवम्बर 2014 के समय का अवतरण
ई-मेल (अंग्रेज़ी:Email) इलॅक्ट्रॉनिक मेल का संक्षिप्त रुप है। यह संगणक (कम्प्यूटर) द्वारा अंतरजाल (इंटरनेट) के माध्यम से पत्र भेजने का एक तरीका है। आमतौर इण्टरनेट पर कई मुफ़्त ईमेल सेवायें उपलब्ध हैं।
आविष्कार
ईमेल प्रणाली का अविष्कार भारतीय अमेरिकी वीए शिवा अय्यदुरई ने उस समय किया जब वह केवल 14 साल के थे। वर्ष 1978 में अय्यदुरई ने कंप्यूटर प्रोग्राम तैयार किया जिसे 'ईमेल' कहा गया। इसमें इनबॉक्स, आउटबॉक्स, फोल्डर्स, मेमो, अटैचमेंट्स आदि सभी कुछ था। आज ये फीचर हर ईमेल सिस्टम के हिस्से हैं। अमेरिकी सरकार ने 30 अगस्त 1982 को अय्यदुरई को आधिकारिक रूप से ईमेल की खोज करने वाले के रूप में मान्यता दी और 1978 की उनकी खोज के लिए पहला अमेरिकी कॉपीराइट दिया। उस समय सॉफ्टवेयर खोज की सुरक्षा के लिए कॉपीराइट एकमात्र तरीक़ा था। हफ्फिंगटन पोस्ट के अनुसार एर्पानेट, एमआईटी या सेना जैसे बड़े संस्थानों ने ईमेल की खोज नहीं की। इस प्रकार के संस्थानों का मानना था कि इस प्रकार की प्रणाली तैयार करना मुश्किल है।[1]
शिवा अय्यदुरई
शिवा अय्यदुरई का जन्म मुंबई में एक तमिल परिवार में हुआ था। सात वर्ष की आयु में वह अपने परिवार के साथ अमेरिका चले गए। 14 वर्ष की आयु में उन्होंने कंप्यूटर प्रोग्रामिंग के अध्ययन के लिये न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय के कोरैंट इंस्टीट्यूट ऑफ मैथेमैटिकल साइसेंज में विशेष 'समर' कार्यक्रम में हिस्सा लिया। बाद में स्नातक के लिए न्यूजर्सी सिथत लिविंगस्टन हाई स्कूल गए। हाई स्कूल में पढ़ाई करने के साथ उन्होंने न्यू जर्सी में यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिसीन एंड डेनटिस्ट्री में रिसर्च फेलो के रूप में काम भी किया।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ ई-मेल 32 का हुआ, भारतवंशी ने किया था इसका आविष्कार (हिन्दी) एनडीटीवी ख़बर। अभिगमन तिथि: 31 अगस्त, 2014।
बाहरी कड़ियाँ
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