"वेरीनाग": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
No edit summary
No edit summary
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
[[चित्र:Verinag.jpg|thumb|250px|सरोवर, वेरीनाग]]
[[चित्र:Verinag.jpg|thumb|250px|सरोवर, वेरीनाग]]
'''वेरीनाग''' [[जम्मू और कश्मीर]] राज्य के [[अनंतनाग]] में स्थित पर्यटन स्थल है जो [[कश्मीर घाटी]] के मुग़ल उद्यानों का सबसे पुराना स्थान है। वेरीनाग अनंतनाग से लगभग 26 किमी की दूरी पर है। यहाँ पर एक झरना है जिसे [[झेलम नदी]] का स्रोत माना जाता है। [[पर्वत|पर्वतों]] के मध्य स्थित यह स्थान [[देवदार|देवदार के वृक्ष]] और [[सदाबहार]] पौधों से घिरा हुआ है। अपने बेहतरीन और आकर्षक निर्माण के कारण पयर्टक इसे देखने के लिए बार-बार यहाँ आते हैं।
'''वेरीनाग''' [[जम्मू और कश्मीर]] राज्य के [[अनंतनाग]] में स्थित प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है, जो [[कश्मीर घाटी]] के मुग़ल उद्यानों का सबसे पुराना स्थान है। वेरीनाग अनंतनाग से लगभग 26 कि.मी. की दूरी पर है। यहाँ पर एक झरना है, जिसे [[झेलम नदी]] का स्रोत माना जाता है।
==महत्ता==
==महत्ता==
इस सरोवर की महत्ता एवं सुंदरता इसके गहरे [[नीला रंग|नीले]] पानी के कारण है। बादशाह [[जहाँगीर]] ने इस सरोवर का निर्माण सन 1607 में करवाया था। सरोवर से कुछ दूरी पर बना प्रवेश द्वार पश्चिम शैली में बनवाया गया है। यह पानी बड़ा ही स्वच्छ है। [[श्रीनगर]] से यह 84 किमी दूर स्थित है। इस कुण्ड के चारों उद्यान [[शाहजहाँ ]] ने सन 1620 में बहुत सुंदर उद्यान बनवाया था। यहाँ पास ही एक शिव मंदिर भी है।  
इस सरोवर की महत्ता एवं सुंदरता इसके गहरे [[नीला रंग|नीले]] पानी के कारण है। प्राचीन समय में स्रोत के निकट [[शिव]] और [[गणेश]] के मंदिर स्थित थे। [[मुग़ल]] [[जहाँगीर|बादशाह जहाँगीर]] ने इन मंदिरों का न छेड़ते हुए स्रोत के निकट ही एक सुंदर इमारत बनवाई थी। इसकी नींव 1620 ई. में पड़ी थी, किंतु यह 1627 ई. में बनकर तैयार हुई। वेरीनाग नूरजहाँ को बहुत प्रिय था और अपने कश्मीर प्रवास में वह प्रायः यहां ठहरती थी। वेरीनाग का स्रोत 52 फुट गहरा था और इसकी तलहटी के ऊपर दो वेदिकाएं बनी हुई हैं। सन्निकट उद्यान के बाहर एक छोटा-सा प्रासाद बना है।
==पर्यटन स्थल==
यह स्थान कश्मीर के शानदार पर्यटन स्थलों में गिना जाता है। [[पर्वत|पर्वतों]] के मध्य स्थित यह स्थान [[देवदार|देवदार के वृक्ष]] और [[सदाबहार]] पौधों से घिरा हुआ है। अपने बेहतरीन और आकर्षक निर्माण के कारण पयर्टक इसे देखने के लिए बार-बार यहाँ आते हैं। वेरानाग का अर्थ 'विशाल' अथवा 'स्रोत' है।  


{{लेख प्रगति|आधार= |प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
{{लेख प्रगति|आधार= |प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
<references/>
<references/>
==बाहरी कड़ियाँ==
==संबंधित लेख==
==संबंधित लेख==
{{जम्मू और कश्मीर के पर्यटन स्थल}}
{{जम्मू और कश्मीर के पर्यटन स्थल}}{{जम्मू और कश्मीर के ऐतिहासिक स्थान}}
[[Category:जम्मू और कश्मीर]]
[[Category:जम्मू और कश्मीर]][[Category:जम्मू और कश्मीर के पर्यटन स्थल]][[Category:जम्मू और कश्मीर के ऐतिहासिक स्थान]][[Category:पर्यटन कोश]][[Category:ऐतिहासिक स्थान कोश]][[Category:इतिहास कोश]]
[[Category:जम्मू और कश्मीर के पर्यटन स्थल]]
[[Category:पर्यटन कोश]]
__INDEX__
__INDEX__
__NOTOC__
__NOTOC__

05:53, 6 दिसम्बर 2014 का अवतरण

सरोवर, वेरीनाग

वेरीनाग जम्मू और कश्मीर राज्य के अनंतनाग में स्थित प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है, जो कश्मीर घाटी के मुग़ल उद्यानों का सबसे पुराना स्थान है। वेरीनाग अनंतनाग से लगभग 26 कि.मी. की दूरी पर है। यहाँ पर एक झरना है, जिसे झेलम नदी का स्रोत माना जाता है।

महत्ता

इस सरोवर की महत्ता एवं सुंदरता इसके गहरे नीले पानी के कारण है। प्राचीन समय में स्रोत के निकट शिव और गणेश के मंदिर स्थित थे। मुग़ल बादशाह जहाँगीर ने इन मंदिरों का न छेड़ते हुए स्रोत के निकट ही एक सुंदर इमारत बनवाई थी। इसकी नींव 1620 ई. में पड़ी थी, किंतु यह 1627 ई. में बनकर तैयार हुई। वेरीनाग नूरजहाँ को बहुत प्रिय था और अपने कश्मीर प्रवास में वह प्रायः यहां ठहरती थी। वेरीनाग का स्रोत 52 फुट गहरा था और इसकी तलहटी के ऊपर दो वेदिकाएं बनी हुई हैं। सन्निकट उद्यान के बाहर एक छोटा-सा प्रासाद बना है।

पर्यटन स्थल

यह स्थान कश्मीर के शानदार पर्यटन स्थलों में गिना जाता है। पर्वतों के मध्य स्थित यह स्थान देवदार के वृक्ष और सदाबहार पौधों से घिरा हुआ है। अपने बेहतरीन और आकर्षक निर्माण के कारण पयर्टक इसे देखने के लिए बार-बार यहाँ आते हैं। वेरानाग का अर्थ 'विशाल' अथवा 'स्रोत' है।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख