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|शासक आगस्टस के दरबार में पाण्ड्य राजदूत पहुँचा, चोल, पाण्ड्यों का रोम में व्यापारिक सम्बन्ध। | |शासक आगस्टस के दरबार में पाण्ड्य राजदूत पहुँचा, चोल, पाण्ड्यों का रोम में व्यापारिक सम्बन्ध। | ||
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==महमूद गजनवी के 17 आक्रमण== | |||
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|[[पेशावर वैहिन्द]] | |||
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|1004–1005 | |||
|[[भाटिया]] | |||
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|[[मुल्तान]] | |||
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|1007–1008 | |||
|आनन्दपाल की हार | |||
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|[[नारायणपुरा]] | |||
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|[[मुल्तान]] | |||
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|1010–1012 | |||
|[[थानेश्वर]] | |||
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|1013–14 | |||
|हिन्दूशाही राजधानी [[उदभाण्डपुर]] | |||
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|1015–1016 | |||
|[[लोहकोट]] [[कश्मीर]] | |||
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|1018–1019 | |||
|[[मथुरा]], [[कन्नौज]] शाखा | |||
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|1020–1021 | |||
|त्रिलोचनपाल तथा प्रतिहार राजा पराजित | |||
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|1021–1022 | |||
|[[लोहकोट]] [[कश्मीर]] | |||
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|1022–1023 | |||
|[[ग्वालियर]], [[कालिंजर]] | |||
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|1025–1026 | |||
|[[सोमनाथ]] | |||
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|16 | |||
|1027 | |||
|[[गुजरात]]-[[सिंध प्रांत|सिन्ध]] | |||
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06:10, 12 अगस्त 2010 का अवतरण
भारतीय इतिहास — पुनरावलोकन
ईसा पूर्व
क्रम | ईसवी/वर्ष | स्थान | विवरण |
---|---|---|---|
1 | 7000 ई.पू. | राजस्थान (साम्भर) | पौधे बोने के प्रथम साक्ष्य। |
2 | 6000 ई.पू. | मेहरगढ़ (सिंध-बलूचिस्तान सीमा), बुर्जहोम (कश्मीर) | भारत के प्राचीनतम आवास, कृषि तथा पशुपालन के अवशेष। |
3 | 5000–4000 ई.पू. | बागोर (भीलवाड़ा) तथा आदमगढ़ (होशंगाबाद) के निकट आखेटकों द्वारा | भेड़-बकरी पालन के प्रथम अवशेष। |
4 | 4000–3000 ई.पू. | खेतिहारों-पशुपालकों की स्थानीय सभ्यताएँ। | |
5 | 2500 ई.पू. | सिंधु घाटी | पूर्व-हड़प्पा सभ्यता के नगरों का विकास, अस्थि एवं प्रस्तर उपकरण तथा मनकों के आभूषण के अवशेष। |
6 | 2500–1750 ई.पू. | रेडिया-कार्बन तिथि-निर्धारण के आधार पर हड़प्पा सभ्यता का काल-विस्तार। | |
7 | 2250–2000 ई.पू. | हड़प्पा सभ्यता का पूर्ण-विकसित दौर, विघटन तथा स्थानीय सभ्यताओं का उदय। | |
8 | 1500 ई.पू. | आर्यों का आगमन, ऋग्वेद की रचना, वैदिक काल (1500-1000) प्रारम्भ, गंगा मैदान में आर्योत्तर ताम्र सभ्यता। | |
9 | 1000 ई.पू. | आर्यों का (गंगा मैदान) विस्तार, उत्तर वैदिक काल प्रारम्भ, 'ब्राह्मण ग्रन्थों' की रचना, वर्ण-व्यवस्था का बीजारोपण, लौह धातु का प्रयोग प्रारम्भ। | |
10 | 950 ई.पू. | महाभारत का युद्ध। | |
11 | 800 ई.पू. | महर्षि व्यास के द्वारा महाभारत महाकाव्य की रचना, आर्यों का दक्षिण-पूर्व (बंगाल) की ओर विस्तार, रामायण का प्रथम वृत्तान्त। | |
12 | 600–550 ई.पू. | उपनिषदों की रचना, आर्यों का विदर्भ तथा गोदावरी तक दक्षिण-विस्तार। सोलह महाजनपदों की स्थापना, आर्य सभ्यता में कर्मकाण्डीय अनुष्ठान प्रतिष्ठित। | |
13 | 563–483 ई.पू | जन्म-लुम्बिनी, मृत्यु-कुशीनगर | बौद्ध धर्म के संस्थापक गौतम बुद्ध की जीवन काल। |
14 | 599–257 ई.पू | (जन्म-कुन्डग्राम, वैशाली), मृत्यु-पावापुरी, कुशीनगर | जैन धर्म के पुनर्प्रतिष्ठापक वर्द्धमान महावीर का काल। |
15 | 544–492 ई.पू | गौतम बुद्ध के समकालिक बिम्बिसार (हर्यक वंश) का राज्यकाल, मगध राज्य की श्रेष्ठता। | |
16 | 517–509 ई.पू | ईरान | हखमनी वंश के सम्राट डेरियस प्रथम के साथ प्रथम विदेशी आक्रमण, आर्यों की पराजय, यूनानी नौसेनापति स्काइलैक्स द्वारा सिन्धु नदी पर गवेषण अभियान। |
17 | 492–460 ई.पू | बिम्बिसार के पुत्र अजातशत्रु का राज्यकाल। | |
18 | 412–344 ई.पू | शिशुनाग वंश का शासनकाल, अवन्ति के प्रद्यौत वंश का मगध साम्राज्य में विलय। | |
18 | 400 ई.पू | सम्पूर्ण दक्षिण भारत | आर्यों का प्रभुत्व एवं सम्भवतः श्रीलंका तक विस्तार। |
19 | 344 ई.पू | महापद्मनन्द द्वारा मगध | नंदवंश की स्थापना। |
20 | 326 ई.पू | नंद वंशी राजा घनानंद की सैन्य शक्ति से प्रभावित होकर सिकन्दर के सैनिकों का वापस लौटने का इरादा, वापसी मार्ग में बेबीलोन में सिकन्दर की मृत्यु। | |
21 | 322 ई.पू | चंद्रगुप्त मौर्य द्वारा (कौटिल्य की मदद से) नंद शासक घनानंद को पराजित कर मौर्य वंश की स्थापना। | |
22 | 315 ई.पू | इण्डिका के लेखक तथा सेल्युकस (यूनानी शासक) के दूत मेगस्थनीज का भारत में आगमन। | |
23 | 298–273 ई.पू | चन्द्रगुप्त मौर्य के पुत्र बिन्दुसार का राज्य काल। | |
24 | 273–232 ई.पू | अशोक का शासनकाल, मौर्यवंश का स्वर्णयुग। | |
25 | 262-61 ई.पू | कलिंग | अशोक के द्वारा विजय। |
26 | 185 ई.पू | अन्तिम मौर्य शासक बृहद्रथ की हत्या कर मौर्य सेनापति पुष्यमित्र शुंग द्वारा शुंग वंश की स्थापना। | |
27 | 190–171 ई.पू | यवन शासक डेमेट्रियस का राज्यकाल। | |
28 | 165 ई.पू | कलिंग शासक खारवेल द्वारा 'त्रमिरदेश संघटम' (पाण्ड्य, चोल) राज्य पर विजय। | |
29 | 155–130 ई.पू | सबसे प्रसिद्ध यवन शासक मिनान्डर (मिलिन्द) का राज्यकाल। | |
30 | 145 ई.पू | श्रीलंका के शासक असेल | चोल राजा एलारा की विजय तथा लगभग 50 वर्षों तक शासन। |
31 | 128 ई.पू | पंजाब | यूची आक्रमण के भय से शक क़बीलों का भारत में प्रवेश। |
32 | 71 ई.पू | शुंग वंश के अन्तिम सम्राट देवभूति की हत्या, वसुदेव के द्वारा कण्व वंश की स्थापना। | |
33 | 60 ई.पू | आन्ध्र | सिमुक द्वारा सातवाहन वंश की स्थापना। |
34 | 58 ई.पू | उज्जैन | शासक विक्रमादित्य द्वारा विक्रम संवत् का प्रारम्भ। |
35 | 22 ई.पू | रोम | शासक आगस्टस के दरबार में पाण्ड्य राजदूत पहुँचा, चोल, पाण्ड्यों का रोम में व्यापारिक सम्बन्ध। |
महमूद गजनवी के 17 आक्रमण
क्रम | ईसवी | स्थान |
---|---|---|
1 | 1000 | काबुल |
2 | 1001–1002 | पेशावर वैहिन्द |
3 | 1004–1005 | भाटिया |
4 | 1006 | मुल्तान |
5 | 1007–1008 | आनन्दपाल की हार |
6 | 1009 | नारायणपुरा |
7 | 1010 | मुल्तान |
8 | 1010–1012 | थानेश्वर |
9 | 1013–14 | हिन्दूशाही राजधानी उदभाण्डपुर |
10 | 1015–1016 | लोहकोट कश्मीर |
11 | 1018–1019 | मथुरा, कन्नौज शाखा |
12 | 1020–1021 | त्रिलोचनपाल तथा प्रतिहार राजा पराजित |
13 | 1021–1022 | लोहकोट कश्मीर |
14 | 1022–1023 | ग्वालियर, कालिंजर |
15 | 1025–1026 | सोमनाथ |
16 | 1027 | गुजरात-सिन्ध |