"सदस्य:रविन्द्र प्रसाद/2": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
No edit summary |
No edit summary |
||
| पंक्ति 5: | पंक्ति 5: | ||
| | | | ||
<quiz display=simple> | <quiz display=simple> | ||
{शिक्षा पर जिन दार्शनिक | {शिक्षा पर जिन दार्शनिक विचारधाराओं का प्रभाव पड़ा है, उनमें आदर्शवाद प्रथम है। कुछ लोग इसे प्राचीन विचारधारा के नाम से भी जानते हैं। आदर्शवाद के समर्थक कौन थे? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-319;प्रश्न-20 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-सुकरात-प्लेटो | -[[सुकरात]] | ||
-भारतीय ऋषि | -[[प्लेटो]] | ||
-मुनि | -[[ऋषि|भारतीय ऋषि]]-[[मुनि]] | ||
+उपरोक्त सभी | +उपरोक्त सभी | ||
{निम्नलिखित में से कौन-सा एक भारत में बेरोज़गारी की बढ़ती हुई दर का कारण नहीं है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-09;प्रश्न-44 | {निम्नलिखित में से कौन-सा एक [[भारत]] में बेरोज़गारी की बढ़ती हुई दर का कारण नहीं है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-09;प्रश्न-44 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-आर्थिक मंदी | -आर्थिक मंदी | ||
-इलेक्ट्रॉनिकी का बढ़ता हुआ प्रयोग | -उद्योगों में सूक्ष्म-इलेक्ट्रॉनिकी का बढ़ता हुआ प्रयोग | ||
-शासकीय नीति से भारी झुकाव | -शासकीय नीति से भारी झुकाव | ||
+कर्म का सिद्धांत | +कर्म का सिद्धांत | ||
| पंक्ति 33: | पंक्ति 33: | ||
-मुल्लुकुरुम्बा नातेदारी | -मुल्लुकुरुम्बा नातेदारी | ||
{निम्न में से किसे | {निम्न में से किसे '''जनांकिकी का पिता''' कहा जाता है? (यूजीसी समाजशास्त्र, पृ.सं.-794;प्रश्न-18 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+माल्थस | +माल्थस | ||
| पंक्ति 47: | पंक्ति 47: | ||
-वाणिज्य समूह | -वाणिज्य समूह | ||
{‘उद्विकास’ शब्द की उत्पत्ति किस भाषा से हुई है? (यूजीसी समाजशास्त्र, पृ.सं.-627;प्रश्न-29 | {‘उद्विकास’ शब्द की उत्पत्ति किस [[भाषा]] से हुई है? (यूजीसी समाजशास्त्र, पृ.सं.-627;प्रश्न-29 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-ग्रीक | -ग्रीक | ||
-रोमन | -[[रोमन लिपि|रोमन]] | ||
-हिब्रू | -हिब्रू | ||
+लैटिन | +लैटिन | ||
| पंक्ति 61: | पंक्ति 61: | ||
-एस. जे. लेवी | -एस. जे. लेवी | ||
{एल्विन | {एल्विन वारियर ने [[भारत की जन जातियाँ|भारतीय जनजातियों]] को मुख्यत: कितने वर्गों में बाँटा है-(यूजीसी समाजशास्त्र, पृ.सं.-479;प्रश्न-21 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-तीन | -तीन | ||
| पंक्ति 68: | पंक्ति 68: | ||
-छ: | -छ: | ||
{1971 से 1981 के दशक के बीच के वे तीन शहर कौन-से हैं, जिनकी आबादी सबसे अधिक बढ़ी? (यूजीसी समाजशास्त्र, पृ.सं.-548;प्रश्न-42 | {[[1971]] से [[1981]] के दशक के बीच के वे तीन शहर कौन-से हैं, जिनकी आबादी सबसे अधिक बढ़ी? (यूजीसी समाजशास्त्र, पृ.सं.-548;प्रश्न-42 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-दिल्ली, बंगलौर, जयपुर | -[[दिल्ली]], [[बंगलौर]], [[जयपुर]] | ||
+कोलकाता, दिल्ली, मुम्बई | +[[कोलकाता]], [[दिल्ली]], [[मुम्बई]] | ||
-मद्रास, नागपुर, त्रिवेन्द्रम | -[[मद्रास]], [[नागपुर]], [[त्रिवेन्द्रम]] | ||
-दिल्ली, हैदराबाद, अहमदाबाद | -[[दिल्ली]], [[हैदराबाद]], [[अहमदाबाद]] | ||
{सामाजिक प्रगति का एक प्रबल साधन है | {सामाजिक प्रगति का एक प्रबल साधन है 'शिक्षा'। शिक्षा के अभाव में कोई भी समाज प्रगति नहीं कर सकता, क्योंकि शिक्षा-(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-319;प्रश्न-18 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-नये-नये आविष्कारों का ज्ञान कराती है। | -नये-नये आविष्कारों का ज्ञान कराती है। | ||
| पंक्ति 96: | पंक्ति 96: | ||
-समूह | -समूह | ||
-समुदाय | -समुदाय | ||
+परिवार | +[[परिवार]] | ||
{प्रस्थिति शृंखला का उदाहरण कौन-सा है? (यूजीसी समाजशास्त्र, पृ.सं.-826;प्रश्न-13 | {प्रस्थिति शृंखला का उदाहरण कौन-सा है? (यूजीसी समाजशास्त्र, पृ.सं.-826;प्रश्न-13 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-व्यक्ति अपने परिवार में पिता, पति, देवर, भाभी आदि की भूमिकाएँ करता है। | -व्यक्ति अपने [[परिवार]] में [[पिता]], पति, देवर, भाभी आदि की भूमिकाएँ करता है। | ||
+एक छात्र दसवीं, फिर बारहवीं तथा बाद में बी. ए. उत्तीर्ण करके अपनी प्रस्थिति में सुधार लाता है। | +एक छात्र दसवीं, फिर बारहवीं तथा बाद में बी. ए. उत्तीर्ण करके अपनी प्रस्थिति में सुधार लाता है। | ||
-एक व्यक्ति दफ़्तर में बाबू, घर में पिता तथा क्लब में मंत्री होता है। | -एक व्यक्ति दफ़्तर में बाबू, घर में [[पिता]] तथा क्लब में मंत्री होता है। | ||
-इनमें से कोई नहीं | -इनमें से कोई नहीं | ||
{1955 में किसने सबसे पहले जनांकिकी शब्द का प्रयोग किया था? (यूजीसी समाजशास्त्र, पृ.सं.-794;प्रश्न-19 | {[[1955]] में किसने सबसे पहले 'जनांकिकी' [[शब्द (व्याकरण)|शब्द]] का प्रयोग किया था? (यूजीसी समाजशास्त्र, पृ.सं.-794;प्रश्न-19 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+गुइलाई | +गुइलाई | ||
| पंक्ति 112: | पंक्ति 112: | ||
-गिलिन | -गिलिन | ||
{अर्थशास्त्र की विषयवस्तु क्या है? (यूजीसी समाजशास्त्र, पृ.सं.-752;प्रश्न-24 | {'[[अर्थशास्त्र]]' की विषयवस्तु क्या है? (यूजीसी समाजशास्त्र, पृ.सं.-752;प्रश्न-24 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+राजनीति | +राजनीति | ||
-अर्थव्यवस्था | -अर्थव्यवस्था | ||
-विधि | -विधि | ||
-भूगोल | -[[भूगोल]] | ||
{‘प्लान्ड इकोनॉमी फ़ॉर इण्डिया’ नामक पुस्तक किसने लिखी थी? (यूजीसी समाजशास्त्र, पृ.सं.-627;प्रश्न-30 | {‘प्लान्ड इकोनॉमी फ़ॉर इण्डिया’ नामक पुस्तक किसने लिखी थी? (यूजीसी समाजशास्त्र, पृ.सं.-627;प्रश्न-30 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-जवाहरलाल नेहरू | -[[जवाहरलाल नेहरू]] | ||
-रासबिहारी बोस | -[[रासबिहारी बोस]] | ||
+मोक्षगुंडम | +[[मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया]] | ||
-रजनी कोठारी | -[[रजनी कोठारी]] | ||
{वर्ष 1991 की जनगणना के अनुसार भारत में जनजातियों का प्रतिशत कितना था? (यूजीसी समाजशास्त्र, पृ.सं.-479;प्रश्न-22 | {[[वर्ष]] [[1991]] की [[जनगणना]] के अनुसार [[भारत]] में जनजातियों का प्रतिशत कितना था? (यूजीसी समाजशास्त्र, पृ.सं.-479;प्रश्न-22 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-7.54 | -7.54 | ||
| पंक्ति 133: | पंक्ति 133: | ||
-7.06 | -7.06 | ||
{‘सोशियोलॉजिकल बुलेटिन’ पत्रिका किस देश में प्रकाशित होती है? (यूजीसी समाजशास्त्र, पृ.सं.-547;प्रश्न-31 | {‘सोशियोलॉजिकल बुलेटिन’ [[पत्रिका]] किस देश में प्रकाशित होती है? (यूजीसी समाजशास्त्र, पृ.सं.-547;प्रश्न-31 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-संयुक्त राज्य अमरीका | -[[संयुक्त राज्य अमरीका]] | ||
-इंग्लैण्ड | -[[इंग्लैण्ड]] | ||
+भारत | +[[भारत]] | ||
-श्रीलंका | -[[श्रीलंका]] | ||
{निम्न में से किसने विज्ञानों के संस्तरण को प्रस्तुत किया है? (यूजीसी समाजशास्त्र, पृ.सं.-548;प्रश्न-38 | {निम्न में से किसने विज्ञानों के संस्तरण को प्रस्तुत किया है? (यूजीसी समाजशास्त्र, पृ.सं.-548;प्रश्न-38 | ||
| पंक्ति 145: | पंक्ति 145: | ||
+कॉम्त | +कॉम्त | ||
-दुर्खीम | -दुर्खीम | ||
-स्पेन्सर | -[[हर्बर्ट स्पेन्सर|स्पेन्सर]] | ||
{शैक्षिक मूल्य (Educational Values) से आप क्या अर्थ लगाते हैं? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-319;प्रश्न-17 | {'शैक्षिक मूल्य' (Educational Values) से आप क्या अर्थ लगाते हैं? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-319;प्रश्न-17 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+शैक्षिक मूल्य का अर्थ शिक्षा की उपयोगिता, उद्देश्य और अनुकूलता से है। | +शैक्षिक मूल्य का अर्थ शिक्षा की उपयोगिता, उद्देश्य और अनुकूलता से है। | ||
| पंक्ति 163: | पंक्ति 163: | ||
-उपर्युक्त सभी पद्धतियाँ | -उपर्युक्त सभी पद्धतियाँ | ||
{भारतीय संस्कृति का आधार तत्त्व है-(यूजीसी समाजशास्त्र, पृ.सं.-44;प्रश्न-18 | {[[भारत की संस्कृति|भारतीय संस्कृति]] का आधार तत्त्व है-(यूजीसी समाजशास्त्र, पृ.सं.-44;प्रश्न-18 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-अंग्रेज़ी भाषा | -[[अंग्रेज़ी भाषा]] | ||
-अंग्रेज़ी साहित्य | -[[अंग्रेज़ी साहित्य]] | ||
+आध्यात्मिकता | +आध्यात्मिकता | ||
-भौतिकवाद | -भौतिकवाद | ||
{वधू मूल्य का भुगतान विवाह के समय किसमें अनिवार्य है? (यूजीसी समाजशास्त्र, पृ.सं.-826;प्रश्न-14 | {'वधू मूल्य' का भुगतान [[विवाह]] के समय किसमें अनिवार्य है? (यूजीसी समाजशास्त्र, पृ.सं.-826;प्रश्न-14 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-हिन्दू | -[[हिन्दू]] | ||
-मुस्लिम | -[[मुस्लिम]] | ||
-आदिवासी | -[[आदिवासी]] | ||
+इनमें से कोई नहीं | +इनमें से कोई नहीं | ||
{जनांकिकी का अध्ययन विधिवत रूप से कब प्रारम्भ हुआ? (यूजीसी समाजशास्त्र, पृ.सं.-794;प्रश्न-20 | {जनांकिकी का अध्ययन विधिवत रूप से कब प्रारम्भ हुआ? (यूजीसी समाजशास्त्र, पृ.सं.-794;प्रश्न-20 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-1960 | -[[1960]] | ||
-1860 | -[[1860]] | ||
+1862 | +[[1862]] | ||
-1939 | -[[1939]] | ||
{निम्न में से कौन | {निम्न में से कौन ‘[[श्रमिक आन्दोलन]]’ से सम्बंधित नहीं था? (यूजीसी समाजशास्त्र, पृ.सं.-752;प्रश्न-25 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-वी. वी. गिरी | -[[वी. वी. गिरी]] | ||
- | -[[श्रीपाद अमृत डांगे|एस. ए. डांगे]] | ||
+ | +[[विनोबा भावे]] | ||
-बी. डी. वाउफ | -बी. डी. वाउफ | ||
| पंक्ति 207: | पंक्ति 207: | ||
{उस शहर का नाम बताइए, जिसका नियोजन लगभग 300 वर्षों पूर्व किया गया था? (यूजीसी समाजशास्त्र, पृ.सं.-548;प्रश्न-44 | {उस शहर का नाम बताइए, जिसका नियोजन लगभग 300 वर्षों पूर्व किया गया था? (यूजीसी समाजशास्त्र, पृ.सं.-548;प्रश्न-44 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-चण्डीगढ़ | -[[चण्डीगढ़]] | ||
+भोपाल | +[[भोपाल]] | ||
-नागपुर | -[[नागपुर]] | ||
-बोकारो | -[[बोकारो]] | ||
{वर्ष 1991 की जनगणना के अनुसार भारत में सर्वाधिक अनुसूचित जनजातियाँ किस राज्य में पाई जाती हैं? (यूजीसी समाजशास्त्र, पृ.सं.-479;प्रश्न-24 | {[[वर्ष]] [[1991]] की [[जनगणना]] के अनुसार [[भारत]] में सर्वाधिक अनुसूचित जनजातियाँ किस राज्य में पाई जाती हैं? (यूजीसी समाजशास्त्र, पृ.सं.-479;प्रश्न-24 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+मध्य प्रदेश | +[[मध्य प्रदेश]] | ||
-बिहार | -[[बिहार]] | ||
-उड़ीसा | -[[उड़ीसा]] | ||
-पश्चिम बंगाल | -[[पश्चिम बंगाल]] | ||
| पंक्ति 228: | पंक्ति 228: | ||
-उद्देश्य एवं प्रविधि इसके दो अंग हैं। | -उद्देश्य एवं प्रविधि इसके दो अंग हैं। | ||
{भारत में समाजशास्त्र के विकास को निम्नलिखित में से कितने युगों में बाँटा जा सकता है? (यूजीसी समाजशास्त्र, पृ.सं.-29;प्रश्न-25 | {[[भारत]] में समाजशास्त्र के विकास को निम्नलिखित में से कितने युगों में बाँटा जा सकता है? (यूजीसी समाजशास्त्र, पृ.सं.-29;प्रश्न-25 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-प्राचीन भारत में समाजशास्त्र का विकास | -[[प्राचीन भारत]] में समाजशास्त्र का विकास | ||
-भारत में समाजशास्त्र का औपचारिक प्रतिस्थापन युग | -[[भारत]] में समाजशास्त्र का औपचारिक प्रतिस्थापन युग | ||
-स्वतंत्र भारत में समाजशास्त्र का व्यापक युग | -स्वतंत्र [[भारत]] में समाजशास्त्र का व्यापक युग | ||
+उपरोक्त सभी | +उपरोक्त सभी | ||
| पंक्ति 244: | पंक्ति 244: | ||
{भ्राता भगिनी संतति विवाह का एक रूप ‘दूध लौटाना’ प्रचलित है-(यूजीसी समाजशास्त्र, पृ.सं.-826;प्रश्न-15 | {भ्राता भगिनी संतति विवाह का एक रूप ‘दूध लौटाना’ प्रचलित है-(यूजीसी समाजशास्त्र, पृ.सं.-826;प्रश्न-15 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+मध्य प्रदेश के | +[[मध्य प्रदेश]] के [[गोंड|गोंडों]] में | ||
-उड़ीसा के संथालों में | -[[उड़ीसा]] के [[संथाल|संथालों]] में | ||
-छोटा नागपुर के मुंगों में | -[[छोटा नागपुर]] के मुंगों में | ||
-राजस्थान के भीलों में | -[[राजस्थान]] के भीलों में | ||
{जन्मदर का सम्बंध किससे है? (यूजीसी समाजशास्त्र, पृ.सं.-794;प्रश्न-21 | {जन्मदर का सम्बंध किससे है? (यूजीसी समाजशास्त्र, पृ.सं.-794;प्रश्न-21 | ||
| पंक्ति 256: | पंक्ति 256: | ||
-सामाजिक सम्पर्क | -सामाजिक सम्पर्क | ||
{ | {‘[[श्रमिक आन्दोलन|श्रमिक संघ आन्दोलन]]’ के अग्रणी नेता कौन थे? (यूजीसी समाजशास्त्र, पृ.सं.-752;प्रश्न-26 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-अमृत श्रीपाद डांगे | -अमृत श्रीपाद डांगे | ||
| पंक्ति 358: | पंक्ति 358: | ||
{“जाति का कोई भू-भाग नहीं होता, लेकिन जनजाति का निश्चित भू-भाग होता है।“ यह विचार किस विद्वान का है? (यूजीसी समाजशास्त्र, पृ.सं.-479;प्रश्न-26 | {“जाति का कोई भू-भाग नहीं होता, लेकिन जनजाति का निश्चित भू-भाग होता है।“ यह विचार किस विद्वान का है? (यूजीसी समाजशास्त्र, पृ.सं.-479;प्रश्न-26 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-एल्विन | -एल्विन वारियर | ||
-हट्टन | -हट्टन | ||
-बी. एस. गुहा | -बी. एस. गुहा | ||
09:21, 27 मार्च 2015 का अवतरण
|