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'''अगस्त ''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''August'') [[ग्रेगोरी कैलंडर]] के अनुसार [[वर्ष]] का आठवाँ [[माह|महीना]] है। यह वर्ष के उन सात महीनों में से एक है जिनके [[दिन|दिनों]] की संख्या 31 होती है। ग्रेगोरी कैलंडर, दुनिया में लगभग हर जगह उपयोग किया जाने वाला कालदर्शक (कैलंडर) या तिथिपत्रक है। यह [[जूलियन कलॅण्डर|जूलियन कालदर्शक]] का रूपातंरण है। ग्रेगोरी कालदर्शक की मूल इकाई [[दिन]] होता है। 365 दिनों का एक वर्ष होता है, किन्तु हर चौथा वर्ष 366 दिन का होता है जिसे [[अधिवर्ष]] (लीप का साल) कहते हैं। [[सूर्य]] पर आधारित [[पंचांग]] हर 146,097 दिनों बाद दोहराया जाता है। इसे 400 वर्षों मे बाँटा गया है, और यह 20871 [[सप्ताह]] (7 दिनों) के बराबर होता है। इन 400 वर्षों में 303 वर्ष आम वर्ष होते हैं, जिनमें 365 दिन होते हैं। और 97 लीप वर्ष होते हैं, जिनमें 366 दिन होते हैं। इस प्रकार हर वर्ष में 365 दिन, 5 घंटे, 49 मिनट और 12 सेकंड होते है। इसे पोप ग्रेगोरी ने लागू किया था।[[चित्र:Parade-On-Motor-Cycle.JPG|thumb|left|[[स्वतंत्रता दिवस]]]] | '''अगस्त''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''August'') [[ग्रेगोरी कैलंडर]] के अनुसार [[वर्ष]] का आठवाँ [[माह|महीना]] है। यह वर्ष के उन सात महीनों में से एक है जिनके [[दिन|दिनों]] की संख्या 31 होती है। ग्रेगोरी कैलंडर, दुनिया में लगभग हर जगह उपयोग किया जाने वाला कालदर्शक (कैलंडर) या तिथिपत्रक है। यह [[जूलियन कलॅण्डर|जूलियन कालदर्शक]] का रूपातंरण है। ग्रेगोरी कालदर्शक की मूल इकाई [[दिन]] होता है। 365 दिनों का एक वर्ष होता है, किन्तु हर चौथा वर्ष 366 दिन का होता है जिसे [[अधिवर्ष]] (लीप का साल) कहते हैं। [[सूर्य]] पर आधारित [[पंचांग]] हर 146,097 दिनों बाद दोहराया जाता है। इसे 400 वर्षों मे बाँटा गया है, और यह 20871 [[सप्ताह]] (7 दिनों) के बराबर होता है। इन 400 वर्षों में 303 वर्ष आम वर्ष होते हैं, जिनमें 365 दिन होते हैं। और 97 लीप वर्ष होते हैं, जिनमें 366 दिन होते हैं। इस प्रकार हर वर्ष में 365 दिन, 5 घंटे, 49 मिनट और 12 सेकंड होते है। इसे पोप ग्रेगोरी ने लागू किया था।[[चित्र:Parade-On-Motor-Cycle.JPG|thumb|left|[[स्वतंत्रता दिवस]]]] | ||
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निम्नलिखित पर्व एवं त्योहार ([[रक्षाबंधन]], [[कृष्ण जन्माष्टमी]], [[नागपंचमी]], [[हरियाली तीज]]) अधिकांशत अगस्त माह में पड़ते हैं। स्मरणीय तथ्य यह है कि [[हिन्दू|हिन्दुओं]] के पर्व एवं त्योहारों का संबंध [[ग्रेगोरी कैलंडर]] से न होकर [[विक्रम संवत]] से होता है। | |||
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[[भारत]] की आज़ादी की याद में स्वतंत्रता दिवस का आयोजन किया जाता हैं। [[15 अगस्त]] को भारत की राजधानी [[दिल्ली]] में झंडा आरोहण और सांस्कृतिक कार्यक्रम मुख्य आकर्षण होते हैं। सबसे प्रमुख कार्यक्रम होता हैं [[लाल क़िला दिल्ली|लाल किले]] से [[भारत के प्रधानमंत्री]] का भाषण। प्रदेशों की राजधानियों और प्रशासकीय तंत्रों में भी विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। | [[भारत]] की आज़ादी की याद में स्वतंत्रता दिवस का आयोजन किया जाता हैं। [[15 अगस्त]] को भारत की राजधानी [[दिल्ली]] में झंडा आरोहण और सांस्कृतिक कार्यक्रम मुख्य आकर्षण होते हैं। सबसे प्रमुख कार्यक्रम होता हैं [[लाल क़िला दिल्ली|लाल किले]] से [[भारत के प्रधानमंत्री]] का भाषण। प्रदेशों की राजधानियों और प्रशासकीय तंत्रों में भी विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। | ||
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यह पर्व [[पश्चिम बंगाल]], [[महाराष्ट्र]] और [[दक्षिण भारत]] में मनाया जाता हैं। [[साँप|साँपों]] की पूजा और उनके प्रति श्रद्धा प्रदर्शित करना इस पर्व का प्रमुख उद्देश्य है।[[चित्र:Krishna-birth2.jpg|thumb|left|[[कृष्ण जन्माष्टमी]]]] | यह पर्व [[पश्चिम बंगाल]], [[महाराष्ट्र]] और [[दक्षिण भारत]] में मनाया जाता हैं। [[साँप|साँपों]] की पूजा और उनके प्रति श्रद्धा प्रदर्शित करना इस पर्व का प्रमुख उद्देश्य है।[[चित्र:Krishna-birth2.jpg|thumb|left|[[कृष्ण जन्माष्टमी]]]] | ||
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[[श्रावण]] मास के [[शुक्ल पक्ष]] की [[तृतीया]] को हरियाली तीज मनाते हैं। [[वर्षा ऋतु]] के स्वागत में [[राजस्थान]] और [[पंजाब]] में तीज नाम का झूला उत्सव मनाया जाता है। पेड़ों पर झूले डाल दिए जाते हैं और उन्हें फूलों से सजाया जाता है महिलाएँ वस्त्रों और आभूषणों से सुसज्जित होकर झूला झूलती हैं और [[सावन]] के गीत गाती है। | [[श्रावण]] मास के [[शुक्ल पक्ष]] की [[तृतीया]] को हरियाली तीज मनाते हैं। [[वर्षा ऋतु]] के स्वागत में [[राजस्थान]] और [[पंजाब]] में तीज नाम का झूला उत्सव मनाया जाता है। पेड़ों पर झूले डाल दिए जाते हैं और उन्हें फूलों से सजाया जाता है महिलाएँ वस्त्रों और आभूषणों से सुसज्जित होकर झूला झूलती हैं और [[सावन]] के गीत गाती है। | ||
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[[श्रीकृष्ण|श्री कृष्ण]] का जन्मदिन सम्पूर्ण [[भारत]] में बड़े उत्सव के साथ मनाया जाता है। [[मथुरा]] और [[वृन्दावन]] में जहाँ श्रीकृष्ण ने अपना बचपन बिताया, जन्माष्टमी की बड़ी धूम देखने योग्य होती है। उनके जीवन की घटनाओं को झाँकियों में प्रदर्शित किया जाता है और [[कृष्णलीला]] नाटक के रूप में भी खेली जाती है। महाराष्ट्र में ऊँचाई पर दही की हाँडी को लटका दिया जाता है और नवयुवकों की टोलियाँ पिरामिड बना कर उसको तोड़ने की कोशिश करते हैं। | |||
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ओणम, [[केरल]] का एक प्रमुख त्यौहार है। ओणम को मलयाली कैलेण्डर कोलावर्षम के पहले महीने 'छिंगम' यानी अगस्त-[[सितंबर]] के बीच मनाने की परंपरा चली आ रही है। प्राचीन [[बलि|राजा महाबली]] के सम्मान में यह पर्व मनाया जाता है। साथ ही साथ नयी फसल का उत्साह भी लोगों में होता हैं। दस दिन के इस रंगारंग त्योहार में बैलों को सजाया जाता है, फूलों की रंगोली बनाई जाती है। घरों में रंग रोगन होता है, नए कपड़े पहने जाते हैं, खाना पीना होता है और महाबली के सम्पन्न राज्य की प्रशंसा में गीत गाए जाते हैं। इस पर्व का प्रमुख आकर्षण | ओणम, [[केरल]] का एक प्रमुख त्यौहार है। ओणम को मलयाली कैलेण्डर कोलावर्षम के पहले महीने 'छिंगम' यानी अगस्त-[[सितंबर]] के बीच मनाने की परंपरा चली आ रही है। प्राचीन [[बलि|राजा महाबली]] के सम्मान में यह पर्व मनाया जाता है। साथ ही साथ नयी फसल का उत्साह भी लोगों में होता हैं। दस दिन के इस रंगारंग त्योहार में बैलों को सजाया जाता है, फूलों की रंगोली बनाई जाती है। घरों में रंग रोगन होता है, नए कपड़े पहने जाते हैं, खाना पीना होता है और महाबली के सम्पन्न राज्य की प्रशंसा में गीत गाए जाते हैं। इस पर्व का प्रमुख आकर्षण सर्प नौकाओं की दौड़ प्रतियोगिता है जो चम्पाकुलम, अरणमुला और कोट्टयम के समुद्री पानी में होती हैं। | ||
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10:46, 21 फ़रवरी 2016 का अवतरण
अगस्त
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विवरण | ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का आठवाँ महीना है। |
हिंदी माह | श्रावण - भाद्रपद |
हिजरी माह | शव्वाल - ज़िलक़ाद |
कुल दिन | 31 |
व्रत एवं त्योहार | रक्षाबन्धन (श्रावण पूर्णिमा), कृष्ण जन्माष्टमी (), हरियाली तीज, ओणम |
जयंती एवं मेले | नेहरू ट्रॉफ़ी नौका दौड़ (केरल में) |
महत्त्वपूर्ण दिवस | विश्व स्तनपान सप्ताह (पहला सप्ताह), भारतीय क्रांति दिवस (09), अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस (12), स्वतंत्रता दिवस (15) |
पिछला | जुलाई |
अगला | सितम्बर |
अन्य जानकारी | अगस्त वर्ष के उन सात महीनों में से एक है जिनके दिनों की संख्या 31 होती है। |
अद्यतन | 16:39, 9 जून 2013 (IST)
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अगस्त (अंग्रेज़ी: August) ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का आठवाँ महीना है। यह वर्ष के उन सात महीनों में से एक है जिनके दिनों की संख्या 31 होती है। ग्रेगोरी कैलंडर, दुनिया में लगभग हर जगह उपयोग किया जाने वाला कालदर्शक (कैलंडर) या तिथिपत्रक है। यह जूलियन कालदर्शक का रूपातंरण है। ग्रेगोरी कालदर्शक की मूल इकाई दिन होता है। 365 दिनों का एक वर्ष होता है, किन्तु हर चौथा वर्ष 366 दिन का होता है जिसे अधिवर्ष (लीप का साल) कहते हैं। सूर्य पर आधारित पंचांग हर 146,097 दिनों बाद दोहराया जाता है। इसे 400 वर्षों मे बाँटा गया है, और यह 20871 सप्ताह (7 दिनों) के बराबर होता है। इन 400 वर्षों में 303 वर्ष आम वर्ष होते हैं, जिनमें 365 दिन होते हैं। और 97 लीप वर्ष होते हैं, जिनमें 366 दिन होते हैं। इस प्रकार हर वर्ष में 365 दिन, 5 घंटे, 49 मिनट और 12 सेकंड होते है। इसे पोप ग्रेगोरी ने लागू किया था।
अगस्त के पर्व एवं त्योहार
निम्नलिखित पर्व एवं त्योहार (रक्षाबंधन, कृष्ण जन्माष्टमी, नागपंचमी, हरियाली तीज) अधिकांशत अगस्त माह में पड़ते हैं। स्मरणीय तथ्य यह है कि हिन्दुओं के पर्व एवं त्योहारों का संबंध ग्रेगोरी कैलंडर से न होकर विक्रम संवत से होता है।
स्वतंत्रता दिवस
भारत की आज़ादी की याद में स्वतंत्रता दिवस का आयोजन किया जाता हैं। 15 अगस्त को भारत की राजधानी दिल्ली में झंडा आरोहण और सांस्कृतिक कार्यक्रम मुख्य आकर्षण होते हैं। सबसे प्रमुख कार्यक्रम होता हैं लाल किले से भारत के प्रधानमंत्री का भाषण। प्रदेशों की राजधानियों और प्रशासकीय तंत्रों में भी विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
रक्षाबन्धन
रक्षाबन्धन के अवसर पर बहन अपने घनिष्ट प्रेम के प्रतीक रेशमी धागे 'राखी' को भाई की कलाई पर बाँधती हैं और बदले में भाई उसे उपहार देता है। यह त्योहार भाई बहन के बीच परस्पर सहयोग और रक्षा की भावना को सुदृढ़ करता है। यह पूरे उत्तर भारत में प्रचलित है।
नागपंचमी
यह पर्व पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र और दक्षिण भारत में मनाया जाता हैं। साँपों की पूजा और उनके प्रति श्रद्धा प्रदर्शित करना इस पर्व का प्रमुख उद्देश्य है।
हरियाली तीज
श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया को हरियाली तीज मनाते हैं। वर्षा ऋतु के स्वागत में राजस्थान और पंजाब में तीज नाम का झूला उत्सव मनाया जाता है। पेड़ों पर झूले डाल दिए जाते हैं और उन्हें फूलों से सजाया जाता है महिलाएँ वस्त्रों और आभूषणों से सुसज्जित होकर झूला झूलती हैं और सावन के गीत गाती है।
कृष्ण जन्माष्टमी
श्री कृष्ण का जन्मदिन सम्पूर्ण भारत में बड़े उत्सव के साथ मनाया जाता है। मथुरा और वृन्दावन में जहाँ श्रीकृष्ण ने अपना बचपन बिताया, जन्माष्टमी की बड़ी धूम देखने योग्य होती है। उनके जीवन की घटनाओं को झाँकियों में प्रदर्शित किया जाता है और कृष्णलीला नाटक के रूप में भी खेली जाती है। महाराष्ट्र में ऊँचाई पर दही की हाँडी को लटका दिया जाता है और नवयुवकों की टोलियाँ पिरामिड बना कर उसको तोड़ने की कोशिश करते हैं।
ओणम (केरल)
ओणम, केरल का एक प्रमुख त्यौहार है। ओणम को मलयाली कैलेण्डर कोलावर्षम के पहले महीने 'छिंगम' यानी अगस्त-सितंबर के बीच मनाने की परंपरा चली आ रही है। प्राचीन राजा महाबली के सम्मान में यह पर्व मनाया जाता है। साथ ही साथ नयी फसल का उत्साह भी लोगों में होता हैं। दस दिन के इस रंगारंग त्योहार में बैलों को सजाया जाता है, फूलों की रंगोली बनाई जाती है। घरों में रंग रोगन होता है, नए कपड़े पहने जाते हैं, खाना पीना होता है और महाबली के सम्पन्न राज्य की प्रशंसा में गीत गाए जाते हैं। इस पर्व का प्रमुख आकर्षण सर्प नौकाओं की दौड़ प्रतियोगिता है जो चम्पाकुलम, अरणमुला और कोट्टयम के समुद्री पानी में होती हैं।
नेहरू ट्रॉफ़ी नौका दौड़ (केरल)
केरल का अलापुजा नगर अपनी वार्षिक नौकादौड़ के लिए प्रसिद्ध हैं। यह दौड़ अगस्त माह के दूसरे शनिवार को होती है। इस लंबी दौड़ में आकर्षण सर्प नौकाए भाग लेती हैं जिन्हें सौ से भी अधिक लोग एक साथ खेते हैं। विजेता को विजय चिह्न प्रदान किया जाता हैं। इस दौड़ का आनंद लेने लोग विश्व के हर कोने से यहाँ आते हैं।[1]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ अगस्त माह के पर्व (हिंदी) अभिव्यक्ति। अभिगमन तिथि: 9 जून, 2013।
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