"प्रयोग:रिंकू": अवतरणों में अंतर
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||रॉक फॉस्फेट एक क्षारीय उर्वरक है जिसके कारण इसका प्रयोग अम्लीय मृदा में किया जाता है। | ||रॉक फॉस्फेट एक क्षारीय उर्वरक है जिसके कारण इसका प्रयोग अम्लीय मृदा में किया जाता है। | ||
{एक स्वस्थ वयस्क मनुष्य को | {एक स्वस्थ वयस्क मनुष्य को रोज़ाना अपने भोजन में कितना CHO लेना चाहिए? (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-82,प्रश्न-34 | ||
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-100-200 ग्राम | -100-200 ग्राम | ||
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-700-900 ग्राम | -700-900 ग्राम | ||
-इनमें से कोई नहीं | -इनमें से कोई नहीं | ||
||एक स्वस्थ मनुष्य को | ||एक स्वस्थ मनुष्य को रोज़ाना अपने भोजन में CHO-400-500 ग्राम लेना चाहिए तथा प्रोटीन की मात्रा 55 ग्राम अवश्य होनी चाहिए। | ||
{भारत में अण्डे उत्पादन के क्षेत्र में विश्व में किस स्थान पर है | {[[भारत]] में [[अण्डा|अण्डे]] उत्पादन के क्षेत्र में विश्व में किस स्थान पर है? (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-76,प्रश्न-64 | ||
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-प्रथम | -प्रथम | ||
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-थ्रिप्स | -थ्रिप्स | ||
+जैसिड | +जैसिड | ||
- | -सफ़ेद मक्खी | ||
-माइट | -माइट | ||
||फाइलोडी-जैसिड, लीफ फर्ल डिजीज ऑफ चिली-सफेद मक्खी, खैरा रोग-जिंक की कमी | ||फाइलोडी-जैसिड, लीफ फर्ल डिजीज ऑफ चिली-सफेद मक्खी, खैरा रोग-जिंक की कमी | ||
{पर्यावरणीय प्रदूषण होता है | {पर्यावरणीय प्रदूषण किससे होता है? (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-33,प्रश्न-40 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
- | -O<sub>3</sub> | ||
+CO | +CO | ||
- | -CO<sub>2</sub> | ||
- | -N<sub>2</sub> | ||
||कार्बन मोनो-ऑक्साइड (CO), सल्फर डाइ-ऑक्साइड ( | ||कार्बन मोनो-ऑक्साइड (CO), सल्फर डाइ-ऑक्साइड (SO<sub>2</sub>), नाइट्रोजन के ऑक्साइड, कार्बन डाइ-ऑक्साइड (CO<sub>2</sub>), हाइड्रोकार्बन आदि गैसे पर्यावरण को प्रदूषित करती है। | ||
{आलू को खेत व भंडारण दोनों में हानि पहुचाने वाला कीट है | {[[आलू]] को खेत व भंडारण दोनों में हानि पहुचाने वाला कीट कौन-सा है? (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-41,प्रश्न-35 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+आलू का शलभ | +आलू का शलभ | ||
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-फुदका | -फुदका | ||
-इपीलेक्ना भृंग | -इपीलेक्ना भृंग | ||
||आलू का शलभ नामक कीड़ा आलू को खेत से लेकर भण्डारगृह तक हानि पहुँचाता है। इसकी सूंड़ियाँ कंद के अंदर जाकर उसे खाती हैं, जिससे आलू खोखले होकर सड़ने लगते हैं। | ||आलू का शलभ नामक कीड़ा [[आलू]] को खेत से लेकर भण्डारगृह तक हानि पहुँचाता है। इसकी सूंड़ियाँ कंद के अंदर जाकर उसे खाती हैं, जिससे आलू खोखले होकर सड़ने लगते हैं। | ||
{वनों के प्रबन्धन एवं रख-रखाव का विज्ञान है- (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-48,प्रश्न-39 | {वनों के प्रबन्धन एवं रख-रखाव का विज्ञान है- (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-48,प्रश्न-39 | ||
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{निम्न पादप पोषकों में से कौन रोग और कीट-पीड़कों के प्रतिरोध बढ़ाने में उपयोगी है? (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-69,प्रश्न-110 | {निम्न पादप पोषकों में से कौन-सा, रोग और कीट-पीड़कों के प्रतिरोध बढ़ाने में उपयोगी है? (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-69,प्रश्न-110 | ||
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-कैल्सियम | -[[कैल्सियम]] | ||
-फॉस्फोरस | -[[फॉस्फोरस]] | ||
-नाइट्रोजन | -[[नाइट्रोजन]] | ||
+पोटैशियम | +[[पोटैशियम]] | ||
{एक समय में बीज एवं खाद की बुआई एक साथ करने | {एक समय में बीज एवं खाद की बुआई एक साथ करने वाला यंत्र कौन-सा है? (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-73,प्रश्न-25 | ||
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-सीडड्रिल | -सीडड्रिल | ||
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-हल के पीछे बीज बोना | -हल के पीछे बीज बोना | ||
+फर्टी-कम सीडड्रिल | +फर्टी-कम सीडड्रिल | ||
||फर्टी-कम सीडड्रिल द्वारा केवल बीज की बुआई की जाती है तथा डिबलर द्वारा 75 | ||फर्टी-कम सीडड्रिल द्वारा केवल बीज की बुआई की जाती है तथा डिबलर द्वारा 75 से.मी. लम्बे बने खूँटी की मदद से बुआई की जाती है। | ||
{अंत: शिराओं में क्लोरोसिस किसकी कमी से होती है? (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-78,प्रश्न-105 | {अंत: शिराओं में क्लोरोसिस किसकी कमी से होती है? (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-78,प्रश्न-105 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-N | -[[नाइट्रोजन]] (N) | ||
-Mg | -[[मैग्नीशियम]]) (Mg) | ||
-S | -[[सल्फर]] (S) | ||
+Fe | +[[आयरन]] (Fe) | ||
||अंत:शिराओं में क्लोरोसिस आयरन की कमी से होती है। मैग्नीशियम की कमी से शिराएँ पीली हो जाती हैं। नाइट्रोजन की कमी से पौधों हरिमा हीन आ जाती है। | ||अंत:शिराओं में क्लोरोसिस [[आयरन]] की कमी से होती है। [[मैग्नीशियम]] की कमी से शिराएँ पीली हो जाती हैं। [[नाइट्रोजन]] की कमी से पौधों में हरिमा हीन आ जाती है। | ||
{पशु-मांस | {पशु-मांस निम्न में से किसका अच्छा स्त्रोत है? (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-82,प्रश्न-35 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-सीएचओ | -सीएचओ | ||
+प्रोटीन | +[[प्रोटीन]] | ||
-विटामिन | -[[विटामिन]] | ||
-हरित लवक | -हरित लवक | ||
||पशु-मांस प्रोटीन का अच्छा स्त्रोत माना जाता है। अनाज कार्बोहाइड का प्रमुख स्त्रोत है। विटामिन फलों से प्राप्त होती है और वसा का मुख्य स्त्रोत घी है तथा खनिज लवणों का मुख्य स्त्रोत हरी सब्जियाँ होती हैं। | ||पशु-मांस [[प्रोटीन]] का अच्छा स्त्रोत माना जाता है। अनाज कार्बोहाइड का प्रमुख स्त्रोत है। [[विटामिन]] फलों से प्राप्त होती है और [[वसा]] का मुख्य स्त्रोत [[घी]] है तथा खनिज लवणों का मुख्य स्त्रोत हरी सब्जियाँ होती हैं। | ||
{ | {एस. आर. आई. तकनीक किस फ़सल के लिए प्रयोग की जाती है? (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-83,प्रश्न-46 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+[[धान]] | |||
-[[गेहूँ]] | |||
-[[मक्का]] | |||
-[[मूँगफली]] | |||
||एस. आर. आई. तकनीक का प्रयोग [[धान]] में किया जाता है। यह धान की पौध उगाने की विधि है। इसमें 8-11 दिन में पौध तैयार हो जाती है। | |||
+[[धान]] | |||
-गेहूँ | |||
-मक्का | |||
-मूँगफली | |||
||एस. | |||
{कृषि लागत एवं मूल्य आयोग निर्धारित करता है- (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-87,प्रश्न-105 | {कृषि लागत एवं मूल्य आयोग निर्धारित करता है- (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-87,प्रश्न-105 | ||
पंक्ति 355: | पंक्ति 347: | ||
-थोक मूल्य | -थोक मूल्य | ||
-इनमें से कोई नहीं | -इनमें से कोई नहीं | ||
{अरहर में प्रति | {[[अरहर]] में प्रति हैक्टेयर [[नाइट्रोजन]] कितना डाला जाता है? (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-33,प्रश्न-41 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+15-20 | +15-20 कि.ग्रा. | ||
-45-60 | -45-60 कि.ग्रा. | ||
-35-45 | -35-45 कि.ग्रा. | ||
-60-75 | -60-75 कि.ग्रा. | ||
||अरहर के पौधे स्वयं ही अपनी नाइट्रोजन की जरूरत | ||[[अरहर]] के पौधे स्वयं ही अपनी [[नाइट्रोजन]] की जरूरत को अपनी जड़ों में पाई जाने वाली ग्रंथियों में उपस्थित राइजोबियम जीवाणुओं की मदद से वातावरण की नाइट्रोजन को लेकर पूरा कर लेते हैं। प्रारम्भ में जब तक कि राइजोबियम जीवाणुओं का कार्य तेज गति से शुरू नहीं हो जाता है, पौधों को भूमि से ही नाइट्रोजन लेनी होती हैं। अत: कमज़ोर व बलुई भूमियों में जिनमें जीवांश की मात्रा कम हो, प्रति हेक्टेयर करीब 15-20 किलोग्राम नाइट्रोजन डालना जरूरी होता है। | ||
{गेहूँ में 'इयर कॉकिल बीमारी' होती है? (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-41,प्रश्न-36 | {[[गेहूँ]] में 'इयर कॉकिल बीमारी' किससे होती है? (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-41,प्रश्न-36 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-जीवाणु | -[[जीवाणु]] | ||
+सूत्रकृमि | +सूत्रकृमि | ||
-फफूँदी | -फफूँदी | ||
-वायरस | -[[वायरस]] | ||
||गेहूँ में 'इयर कॉकिल' रोग-एग्वीना ट्रिटिसाई नेमेटोड (सूत्रकृमि) के द्वारा लगता है। | ||गेहूँ में 'इयर कॉकिल' रोग-एग्वीना ट्रिटिसाई नेमेटोड (सूत्रकृमि) के द्वारा लगता है। | ||
{'चिपको' | {'[[चिपको आंदोलन]]' किससे सम्बंधित है? (कृषि सामान्य ज्ञान,पृ.सं-48,प्रश्न-40 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-जल की रक्षा | -[[जल]] की रक्षा | ||
+वृक्ष की रक्षा | +[[वृक्ष]] की रक्षा | ||
-प्राचीन स्मारकों की रक्षा | -प्राचीन स्मारकों की रक्षा | ||
-वन्य-जीव की रक्षा | -वन्य-जीव की रक्षा | ||
12:57, 1 अप्रैल 2017 का अवतरण
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