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'''टी. पी. जी. नम्बियार''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''T. P. G. Nambiar'') का पूरा नाम ताजय पोलाइकुडी नम्बियार है। इन्होंने टेलीविजन, फ्रिज और घरों में काम आने वाले ट्रांजिस्टर तथा म्यूजिक सिस्टम का उत्पादन किया है। इनके ब्रांड का नाम ''बी. पी. एल.'' है, जिसका [[भारत]] में ही नहीं विदेशों में भी बहुत नाम है।<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=भारतीय चरित कोश|लेखक=लीलाधर शर्मा 'पर्वतीय'|अनुवादक=|आलोचक=|प्रकाशक=शिक्षा भारती, मदरसा रोड, कश्मीरी गेट, दिल्ली|संकलन= |संपादन=|पृष्ठ संख्या=342|url=}}</ref>
'''टी. पी. जी. नम्बियार''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''T. P. G. Nambiar'') का पूरा नाम ताजय पोलाइकुडी नम्बियार है। इन्होंने टेलीविजन, फ्रिज और घरों में काम आने वाले ट्रांजिस्टर तथा म्यूजिक सिस्टम का उत्पादन किया है। इनके ब्रांड का नाम ''बी. पी. एल.'' है, जिसका [[भारत]] में ही नहीं विदेशों में भी बहुत नाम है।<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=भारतीय चरित कोश|लेखक=लीलाधर शर्मा 'पर्वतीय'|अनुवादक=|आलोचक=|प्रकाशक=शिक्षा भारती, मदरसा रोड, कश्मीरी गेट, दिल्ली|संकलन= |संपादन=|पृष्ठ संख्या=342|url=}}</ref>
==कार्यक्षेत्र==
==कार्यक्षेत्र==
टी. पी. जी. नम्बियार ने [[1965]] में. ई. सी. जी अर्थात इलैक्ट्रो-कार्डियो ग्राम में प्रयोग आने वाले कुछ विद्युत उपकरणों की असेम्बलिंग का कार्य आरम्भ किया था। इसके साथ ही वे राज्य विद्युत बोर्ड के उपयोग में आने वाले उपकरणों का काम भी [[केरल]] के पालकाड नामक स्थान पर करते थे। इन्होंने उपभोक्त्ता के काम आने वाली इलैक्ट्रोनिक सामग्री के उत्पादन के क्षेत्र में कदम रखा। उस समय को इस कार्य का प्रारम्भिक काल कह सकते हैं।
टी. पी. जी. नम्बियार ने [[1965]] में. ई. सी. जी अर्थात् इलैक्ट्रो-कार्डियो ग्राम में प्रयोग आने वाले कुछ विद्युत उपकरणों की असेम्बलिंग का कार्य आरम्भ किया था। इसके साथ ही वे राज्य विद्युत बोर्ड के उपयोग में आने वाले उपकरणों का काम भी [[केरल]] के पालकाड नामक स्थान पर करते थे। इन्होंने उपभोक्त्ता के काम आने वाली इलैक्ट्रोनिक सामग्री के उत्पादन के क्षेत्र में कदम रखा। उस समय को इस कार्य का प्रारम्भिक काल कह सकते हैं।
==उत्पादन==
==उत्पादन==
नम्बियार ने बी. पी. एल. नाम के अधीन टेलीविजन, फ्रिज और घरों में काम आने वाले ट्रांजिस्टर तथा म्यूजिक सिस्टम का उत्पादन आरम्भ किया। सब जानते हैं कि इस नाम से बनने वाले उत्पादन बहुत लोकप्रिय हैं। इसका कारण यह हैं कि नम्बियार ने अपने उत्पादनों की गुणवत्ता की ओर सबसे अधिक ध्यान दिया है। इसके लिए इन्होंने धैर्यपूर्वक कठोर परिश्रम किया, जिसका परिणाम है कि आज उनकी प्रतिवर्ष तीन सौ करोड़ से अधिक की आय है। यह कम्पनी दिनोंदिन अपने उत्पादन की गुणवत्ता स्थिर रखते हुए टेलीकोम और पावन के क्षेत्र में भी आगे बढ़ने का प्रयत्न कर रही है।
नम्बियार ने बी. पी. एल. नाम के अधीन टेलीविजन, फ्रिज और घरों में काम आने वाले ट्रांजिस्टर तथा म्यूजिक सिस्टम का उत्पादन आरम्भ किया। सब जानते हैं कि इस नाम से बनने वाले उत्पादन बहुत लोकप्रिय हैं। इसका कारण यह हैं कि नम्बियार ने अपने उत्पादनों की गुणवत्ता की ओर सबसे अधिक ध्यान दिया है। इसके लिए इन्होंने धैर्यपूर्वक कठोर परिश्रम किया, जिसका परिणाम है कि आज उनकी प्रतिवर्ष तीन सौ करोड़ से अधिक की आय है। यह कम्पनी दिनोंदिन अपने उत्पादन की गुणवत्ता स्थिर रखते हुए टेलीकोम और पावन के क्षेत्र में भी आगे बढ़ने का प्रयत्न कर रही है।

07:54, 7 नवम्बर 2017 के समय का अवतरण

टी. पी. जी. नम्बियार
टी. पी. जी. नम्बियार
टी. पी. जी. नम्बियार
पूरा नाम ताजय पोलाइकुडी नम्बियार
कर्म भूमि भारत
प्रसिद्धि उद्योगपति
विशेष योगदान टी. पी. जी. नम्बियार ने बी. पी. एल. नामक ब्रांड से टेलीविजन, फ्रिज और घरों में काम आने वाले ट्रांजिस्टर तथा म्यूजिक सिस्टम का उत्पादन किया है। इनके ब्रांड के उत्पादन भारत में ही नहीं विदेशों में भी बहुत प्रसिद्ध है।
नागरिकता भारतीय
अन्य जानकारी टी. पी. जी. नम्बियार ने अपने उत्पादनों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया है, यही कारण है कि उनके उत्पादन आज देश में ही नहीं विदेशों में भी बहुत लोकप्रिय है।

टी. पी. जी. नम्बियार (अंग्रेज़ी: T. P. G. Nambiar) का पूरा नाम ताजय पोलाइकुडी नम्बियार है। इन्होंने टेलीविजन, फ्रिज और घरों में काम आने वाले ट्रांजिस्टर तथा म्यूजिक सिस्टम का उत्पादन किया है। इनके ब्रांड का नाम बी. पी. एल. है, जिसका भारत में ही नहीं विदेशों में भी बहुत नाम है।[1]

कार्यक्षेत्र

टी. पी. जी. नम्बियार ने 1965 में. ई. सी. जी अर्थात् इलैक्ट्रो-कार्डियो ग्राम में प्रयोग आने वाले कुछ विद्युत उपकरणों की असेम्बलिंग का कार्य आरम्भ किया था। इसके साथ ही वे राज्य विद्युत बोर्ड के उपयोग में आने वाले उपकरणों का काम भी केरल के पालकाड नामक स्थान पर करते थे। इन्होंने उपभोक्त्ता के काम आने वाली इलैक्ट्रोनिक सामग्री के उत्पादन के क्षेत्र में कदम रखा। उस समय को इस कार्य का प्रारम्भिक काल कह सकते हैं।

उत्पादन

नम्बियार ने बी. पी. एल. नाम के अधीन टेलीविजन, फ्रिज और घरों में काम आने वाले ट्रांजिस्टर तथा म्यूजिक सिस्टम का उत्पादन आरम्भ किया। सब जानते हैं कि इस नाम से बनने वाले उत्पादन बहुत लोकप्रिय हैं। इसका कारण यह हैं कि नम्बियार ने अपने उत्पादनों की गुणवत्ता की ओर सबसे अधिक ध्यान दिया है। इसके लिए इन्होंने धैर्यपूर्वक कठोर परिश्रम किया, जिसका परिणाम है कि आज उनकी प्रतिवर्ष तीन सौ करोड़ से अधिक की आय है। यह कम्पनी दिनोंदिन अपने उत्पादन की गुणवत्ता स्थिर रखते हुए टेलीकोम और पावन के क्षेत्र में भी आगे बढ़ने का प्रयत्न कर रही है।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. भारतीय चरित कोश |लेखक: लीलाधर शर्मा 'पर्वतीय' |प्रकाशक: शिक्षा भारती, मदरसा रोड, कश्मीरी गेट, दिल्ली |पृष्ठ संख्या: 342 |

बाहरी कड़ियाँ

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