"मानव -भगवतीचरण वर्मा": अवतरणों में अंतर
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जलधारा का उपहार मिला | जलधारा का उपहार मिला | ||
सूनी सी ठंडी सांसों को | सूनी सी ठंडी सांसों को | ||
फिर | फिर उच्छ्वासो का भार मिला | ||
युग युग की उस तन्मयता को | युग युग की उस तन्मयता को |
07:57, 7 नवम्बर 2017 के समय का अवतरण
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जब किलका को मादकता में |
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