"कन्नूर पर्यटन": अवतरणों में अंतर
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11:39, 14 अक्टूबर 2010 का अवतरण
दक्षिण भारत में स्थित कन्नूर केरल के उत्तरी सिरे में स्थित एक छोटा व बेहद ख़ूबसूरत तटवर्ती नगर है। शहरी भागदौड़ से परेशान पर्यटकों को कन्नूर काफी अच्छा लगता है। प्राकृतिक सुंदरता से परिपूर्ण इस नगर के पश्चिमी तट पर फैले रेत से लक्षद्वीप सागर मिलता है और तट के दूसरी तरफ ऊंचे-ऊंचे ताड़ के पेड़ वातावरण को सुन्दर बनाते हैं। सांस्कृतिक विरासत और कला से संपन्न इस नगर से अनेक किस्से जुड़े हुए हैं। माना जाता है कि राजा सोलोमन का जहाज मंदिर बनवाने हेतु लकड़ियाँ एकत्रित करने यहीं आया था। यहाँ की थय्यम नृत्य परंपरा विश्व प्रसिद्ध है। यहाँ की अनेक इमारतें जैसे मस्जिद, मंदिर और चर्च पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। यहाँ पर कई पर्यटन स्थल है जो इस प्रकार है:-
पर्यटन स्थल
सेन्ट एंजिलो फ़ोर्ट
- कन्नूर क़िले के रूप में विख्यात सेन्ट एंजिलो फ़ोर्ट का निर्माण 1505 ई. में प्रथम पुर्तगाली वायसराय डॉन फ्रांसिसको डी अल्मेडा द्वारा बनवाया गया था।
- लेटराइट पत्थरों से इस क़िले का निर्माण करवाया गया था।
- पुर्तगालियों के बाद 1663 में सेन्ट एंजिलो फ़ोर्ट पर डचों को नियंत्रण हो गया और कुछ समय पश्चात अरक्कल के शाही परिवार को बेच दिया।
पयमबल्लम बीच
- पयमबल्लम बीच केरल के सबसे ख़ूबसूरत बीचों में एक है।
- स्वदेशाभिमानी के. रामाकृष्ण पिल्ला, ए के जी और चदायन गोविन्दन जैसे राष्ट्रवादी नेताओं ने यहाँ आराम किया था।
- पयमबल्लम बीच कन्नूर क़िले के समीप स्थित है।
मुजुपिलंगड बीच
- 4.5 किमी. लंबे मुजुपिलंगड बीच की सबसे बड़ी ख़ासियत यह है कि इसमें आसानी से ड्राईविंग की जा सकती है।
- गाड़ियों के पहिए इस बीच के रेत में नहीं फंसते।
थलस्सरी क़िला
- इतिहास के अनेक उतार-चढ़ाव का गवाह यह क़िला पर्यटकों को काफी पसंद आता है।
- थलस्सरी नगर के थिरूवल्लपद हिल पर यह क़िला बना हुआ है जो दक्षिणी कन्नूर से 20 किमी. दूर है।
- इस क़िले का निर्माण ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने 1708 ई. में करवाया था।
ईजीमाला
- ईजीमाला पहाड़ियाँ और बीच कन्नूर की उत्तरी सीमा पर स्थित है।
- कन्नूर से 50 किमी. दूर इन पहाड़ियों में दुर्लभ जड़ी-बूटियाँ पाई जाती हैं।
- यहाँ माउंट देली लाइटहाउस भी बना हुआ है जिसकी देखभाल नौसेना द्वारा की जाती है।
अरालम वन्य जीव अभ्यारण्य
- अरालम वन्य जीव अभ्यारण्य शांत और विशाल अभ्यारण्य पश्चिमी घाट के ढलान पर स्थित है।
- उष्णकटिबंधीय पेड़ों से घिरे इस अभ्यारण्य में जीव जंतुओं की अनेक दुर्लभ प्रजातियों को देखा जा सकता है।
अरक्कल महल
- अरक्कल महल कन्नूर नगर से 2 किमी. दूर है।
- अरक्कल की रानी या बीबी को यह महल समर्पित है।
- इस मुस्लिम परिवार के नियंत्रण में तटीय इलाके और लक्षद्वीप थे।
स्नेक पार्क
- यह पार्क केरल में इस तरह का एकमात्र पार्क है।
- सांपों के लिए यहाँ तीन गर्त हैं।
- स्नेक पार्क में 15 शीशों की पेटी सांपों के लिए है और दो विशाल काँच के घर किंग कोबरा के लिए यहाँ हैं।[1]
अन्य स्थल
कन्नूर के आस पास देखने योग्य ख़ूबसूरत कई अन्य स्थल भी हैं जैसे तलास्सेरी भारतीय सर्कस का पलना और प्रशिक्षण केन्द्र। यहाँ अंग्रेजों के द्वारा निर्मित एक क़िला भी है। माहे भी करीब ही है जो कभी फ्रांसीसियों का उपनिवेश रहा जो आजकल पांडिचेरी (पुदुचेरी) प्रशासन के अंतर्गत है। बहुत शीघ्र ही कन्नूर से अंतरराष्ट्रीय उडाने प्रारम्भ हो जायेंगी क्योंकि एक अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा निर्माणाधीन है।[2]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ कन्नूर (हिन्दी) यात्रा सलाह। अभिगमन तिथि: 14 अक्टूबर, 2010।
- ↑ कन्नूर या केन्नानोर (केरल) (हिन्दी) वर्डप्रेस। अभिगमन तिथि: 12 अक्टूबर, 2010।
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