मुल्ला

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मुल्ला एक मुस्लिम उपाधि है, जिसे अरबी में 'मावला' या 'मावले' (रक्षक), फ़्रेंच में 'मुलाय' या 'मौलाय' कहा जाता है तथा जिसका सामान्य अर्थ 'स्वामी' है।

  • 'मुल्ला' इस्लामी जगत् में एक सम्मान सूचक उपाधि है, जो बादशाह या सुल्तान या अन्य प्रतिष्ठित व्यक्ति, जैसे- मोरक्को या उत्तरी अफ़्रीका के अन्य भागों, के लिए प्रयुक्त होती है अथवा किसी विद्वान या धार्मिक नेता, जैसा कि मध्य-पूर्व के कुछ भागों या भारतीय उपमहाद्वीप में, की प्रशंसा में उपयोग में लाई जाती है।[1]
  • यह शब्द 'क़ुरआन' में 'अल्लाह' के संदर्भ में 'स्वामी' या 'मालिक' के भाव में प्रयुक्त है और इसी प्रकार से यह उन सांसारिक स्वामियों के लिए भी उपयोग में लाया जाने लगा, जिनमें धार्मिक पवित्रता देखी गई।
  • मुल्ला उपाधि का बहुत प्रचलित उपयोग धार्मिक नेताओं एवं धार्मिक मदरसों के शिक्षणों के लिए या उनके लिए, जो धार्मिक क़ानूनों के ज्ञाता, मस्जिदों में नमाज़ के अगुआ (इमाम) या क़ुरआन के गायक (कुर्रा) हैं, किया जाता है।
  • इस उपाधि को प्राप्त करने की कोई औपचारिक अर्हताएं नहीं हैं, लेकिन इस संबोधन से पुकारे जाने के लिए व्यक्ति को मदरसे या धार्मिकशाला में कुछ प्रशिक्षण पाया हुआ होना चाहिए।
  • अक्सर मुल्ला शब्द उस समस्त वर्ग को इंगित करने के लिए प्रयुक्त किया जाता है, जो इस्लाम की परंपरागत व्याख्या का समर्थक है या उसका पालन करने वाला है।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. भारत ज्ञानकोश, खण्ड-4 |लेखक: इंदु रामचंदानी |प्रकाशक: एंसाइक्लोपीडिया ब्रिटैनिका प्राइवेट लिमिटेड, नई दिल्ली और पॉप्युलर प्रकाशन, मुम्बई |संकलन: भारतकोश पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 398 |

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