लक्ष्य पर ध्यान -स्वामी विवेकानंद
लक्ष्य पर ध्यान -स्वामी विवेकानंद
| |
विवरण | स्वामी विवेकानन्द |
भाषा | हिंदी |
देश | भारत |
मूल शीर्षक | प्रेरक प्रसंग |
उप शीर्षक | स्वामी विवेकानन्द के प्रेरक प्रसंग |
संकलनकर्ता | अशोक कुमार शुक्ला |
स्वामी विवेकानन्द अमेरिका में भ्रमण कर रहे थे । एक जगह से गुजरते हुए उन्होंने पुल पर खड़े कुछ लड़कों को नदी में तैर रहे अंडे के छिलकों पर बन्दूक से निशाना लगाते देखा । किसी भी लड़के का एक भी निशाना सही नहीं लग रहा था । तब उन्होंने ने एक लड़के से बन्दूक ली और खुद निशाना लगाने लगे । उन्होंने पहला निशाना लगाया और वो बिलकुल सही लगा ….. फिर एक के बाद एक उन्होंने कुल 12 निशाने लगाये और सभी बिलकुल सटीक लगे । ये देख लड़के दंग रह गए और उनसे पुछा ,
” भला आप ये कैसे कर लेते हैं ?”
स्वामी जी बोले ,
“तुम जो भी कर रहे हो अपना पूरा दिमाग उसी एक काम में लगाओ । अगर तुम निशाना लगा रहे हो तो तम्हारा पूरा ध्यान सिर्फ अपने लक्ष्य पर होना चाहिए । तब तुम कभी चूकोगे नहीं । अगर तुम अपना पाठ पढ़ रहे हो तो सिर्फ पाठ के बारे में सोचो । मेरे देश में बच्चों को ये करना सिखाया जाता है । ”
- स्वामी विवेकानन्द से जुड़े अन्य प्रसंग पढ़ने के लिए स्वामी विवेकानन्द के प्रेरक प्रसंग पर जाएँ
|
|
|
|
|