दो द्रूल चोर्टेन को सिक्किम का सबसे महत्त्वपूर्ण स्तूप माना जाता है यह गंगटोक के प्रमुख आकर्षणों में से एक है। इस मठ का शिखर सोने का बना हुआ है।
- दो द्रूल चोर्टेन की स्थापना त्रुलुसी रिमपोचे ने 1945 ई. में की थी। त्रुलुसी तिब्बतियन बौद्ध धर्म के नियंगमा सम्प्रदाय के प्रमुख थे।
- दो द्रूल चोर्टेन मठ में 108 प्रार्थना चक्र है। इस मठ में गुरु रिमपोचे की दो प्रतिमाएं स्थापित है।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ