उरगपुर

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उरगपुर सुदूर दक्षिण में स्थित पांड्य देश की प्राचीन राजधानी था। कालिदास ने उरग का रघुवंश 6,59 में उल्लेख किया है-

'अथोरगाख्यपुरस्य नाथं दौवारिकी देवसरूपमेत्य, इतश्चकोराक्षि विलोकयेति पूर्वानुशिष्टां निजगाद भोज्याम्'।

मल्लिनाथ ने इसकी टीका करते हुए लिखा है,

'उरगाख्यस्त पुरस्यपंड्यदेशे कान्यकुब्जतीरवर्ति नागपुरस्य'।

इससे ज्ञात होता है कि यह नगर कान्यकुब्ज नदी के तट पर बसा हुआ था। एपिग्राफिका इंडका 10,103 में उरगपुर को अशोक कालीन चोल देश की राजधानी बताया है जिसे उरयियूर भी कहते थे। यह त्रिशिरापल्ली और त्रिचिनापल्ली का ही प्राचीन नाम था। मल्लिनाथ का नागपुर वर्तमान नेगापटम् (ज़िला राजमहेन्द्री- मद्रास) है।



टीका टिप्पणी और संदर्भ

बाहरी कड़ियाँ

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