गुलेरी चित्रकला

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
फ़ौज़िया ख़ान (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित 10:39, 11 अक्टूबर 2011 का अवतरण ('{{पुनरीक्षण}} '''गुलेरी चित्रकला''', [[पहाड़ी चित्रकला|चि...' के साथ नया पन्ना बनाया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
इस लेख का पुनरीक्षण एवं सम्पादन होना आवश्यक है। आप इसमें सहायता कर सकते हैं। "सुझाव"

गुलेरी चित्रकला, चित्रकला की पहाड़ी शैली के अंतर्गत विकसित एक शैली है जिसके चित्रों का मुख्य विषय रामायण तथा महाभारत की घटनाएँ रही हैं।

  • गुलेरी चित्रकला शैली में इतना सशक्त एवं सजीव रेखांकन किया गया है कि मानव आकृतियों के अंग-प्रत्यंग अपनी स्वाभाविकता से दृष्टिगोचर होते हैं।
  • गुलेरी चित्रकला शैली में निर्मित चित्रों में संतुलन तथा गतिमयता का भाव परिलक्षित होता है।


टीका टिप्पणी और संदर्भ

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख