किसी एक ने तो अपना गुस्सा थूका -महात्मा गाँधी
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किसी एक ने तो अपना गुस्सा थूका -महात्मा गाँधी
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विवरण | महात्मा गाँधी |
भाषा | हिंदी |
देश | भारत |
मूल शीर्षक | प्रेरक प्रसंग |
उप शीर्षक | महात्मा गाँधी के प्रेरक प्रसंग |
संकलनकर्ता | अशोक कुमार शुक्ला |
बात बटवारे के दौरान की हैं जब देश में हिन्दू-मुस्लिम दंगे हो रहे थे । तब बापू दंगे शांत कराने को बंगाल गए थे वहां पर आक्रोशित मुसलमान भाइयों को जब गांधी जी समझाने का प्रयास कर रहे थे तो एक मुसलमान ने गांधी जी के मुंह पर थूक दिया ।
ऐसा देख कांग्रेस सेवादल के कार्यकर्ताओं ने उसे पकड़ा तो गांधी जी ने कहा की इन लोगों में गुस्सा हैं और मुझे ख़ुशी हैं की किसी एक ने तो अपना गुस्सा थूंका भले ही मेरे मुंह पर ही क्यों न थूंका हो ।
इतना सुनकर वह मुस्लिम युवक उनके पैरो पर गिर पड़ा और वहां हो रहे दंगे कम हुए ।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
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