नसीरुद्दीन शाह
नसीरुद्दीन शाह
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प्रसिद्ध नाम | नसीरुद्दीन शाह |
अन्य नाम | नसीर |
जन्म | 20 जुलाई, 1950 |
जन्म भूमि | बाराबंकी, उत्तर प्रदेश |
पति/पत्नी | रत्ना शाह |
कर्म भूमि | मुम्बई |
कर्म-क्षेत्र | अभिनेता व निर्देशक |
मुख्य फ़िल्में | पार, निशान्त, आक्रोश, अर्धसत्य, कथा, मासूम, कर्मा, इजाज़त, मोहरा, सरफ़रोश, इक़बाल, अ वेनस्डे, खुदा के लिए, आदि |
शिक्षा | स्नातक |
विद्यालय | सेंट जोसेफ कॉलेज व मुस्लिम यूनिवर्सिटी |
पुरस्कार-उपाधि | पद्म श्री और पद्म भूषण, तीन बार राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार (पार, स्पर्श, इक़बाल) |
नागरिकता | भारतीय |
अन्य जानकारी | नसीरुद्दीन शाह ने 2006 में फ़िल्म निर्देशन में भी हाथ आज़माया और 'यूं होता तो क्या होता' का निर्देशन किया। |
अद्यतन | 14:58, 24 दिसम्बर 2011 (IST)
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नसीरुद्दीन शाह (अंग्रेज़ी: Naseeruddin Shah) (जन्म- 20 जुलाई, 1950, बाराबंकी, उत्तर प्रदेश) एक प्रसिद्ध अभिनेता हैं। नसीरुद्दीन शाह भारतीय फ़िल्म उद्योग के सबसे प्रतिभाशाली कलाकारों में से एक हैं। मुख्यधारा की व्यावसायिक सिनेमा से लेकर कला फ़िल्मों और नाटकों तक उन्होंने अपने अभिनय की बहुमुखी प्रतिभा का परिचय दिया है। नसीरुद्दीन शाह इस नाम का ज़िक्र होते ही एक ऐसे साधारण पर आकर्षक व्यक्तित्व की छवि सामने आती है जिसकी अभिनय-प्रतिभा अतुलनीय है, जिसके चेहरे का तेज असाधारण है और हिन्दी सिनेमा में जिसके योगदान को किसी प्रमाण की आवश्यकता नहीं है। [1]
जन्म और परिवार
नसीरुद्दीन शाह का जन्म 20 जुलाई 1950 को उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में हुआ था। नसीरुद्दीन शाह की पत्नी का नाम रत्ना शाह है। इनके बेटे का नाम इमाद शाह है।
शिक्षा
नसीरुद्दीन शाह ने अजमेर तथा नैनीताल के सेंट जोसेफ कॉलेज से शिक्षा प्राप्त की और उसके बाद मुस्लिम यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन की। फिर नेशनल स्कूल ऑफ़ ड्रामा, दिल्ली से भी प्रशिक्षण प्राप्त किया।[2]
उत्कृष्ट अभिनेता
मुख्यधारा तथा समानांतर हिन्दी सिनेमा दोनों में ही वे सफल रहे। बहुत सी अंतर्राष्ट्रीय फ़िल्मों में भी काम किया। निशांत, आक्रोश, स्पर्श, मिर्च मसाला, अलबर्ट पिंटों को गुस्सा क्यों आता है, त्रिकाल, जुनून, मंडी, मोहन जोशी हाज़िर हो, अर्द्ध सत्य, कथा आदि उनकी लोकप्रिय समानांतर फ़िल्में रहीं तथा वहीं दूसरी ओर मासूम, कर्मा, इजाज़त, जलवा, हीरो हीरालाल, ग़ुलामी, त्रिदेव, विश्वात्मा, मोहरा, सरफ़रोश, बाजा़र, उमराव जान, हे राम, इक़बाल, अ वेनस्डे, मॉनसून वेडिंग, इश्किया, परजानिया, खुदा के लिए, राजनीति, दस कहानियाँ, कृष, ओंकारा, फ़िराक़ आदि मुख्य धारा की फ़िल्मों के साथ-साथ मिर्ज़ा ग़ालिब तथा भारत एक खोज धारावाहिकों के भी वे हिस्सा बने। उन्होंने लवेन्द्र कुमार, इस्मत चुगताई, मंटो लिखित नाटकों का निर्देशन भी किया। 2006 में फ़िल्म निर्देशन में भी हाथ आज़माया और यूं होता तो क्या होता का निर्देशन किया जिसकी स्टारकास्ट में शामिल थे उनके साहबज़ादे इमाद शाह, आयशा टाकिया, कोंकना सेन शर्मा, परेश रावल तथा इरफ़ान खान।
पुरस्कार
- नसीरुद्दीन शाह को 1987 में पद्म श्री और 2003 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया है।
- 1979 में फ़िल्म स्पर्श और 1984 में फ़िल्म पार के लिए उन्हें सर्वोत्कृष्ट अभिनेता का राष्ट्रीय पुरस्कार मिला।
- 1981 में आक्रोश, 1982 में चक्र, 1984 में मासूम, 1985 में पार तथा अ वेनस्डे के लिए उन्हें फ़िल्म फेयर के सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के अवार्ड से सम्मानित किया गया।
- फ़िल्म इक़बाल के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ सह अभिनेता के राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ नसीरुद्दीन शाह:अभिनय की चलती-फिरती पाठशाला (हिन्दी) (एच.टी.एम.एल.) जागरण याहू इंडिया। अभिगमन तिथि: 9 जुलाई, 2011।
- ↑ नसीरुद्दीन शाह (हिन्दी) (एच.टी.एम.एल.) समवेत स्वर। अभिगमन तिथि: 9 जुलाई, 2011।
बाहरी कड़ियाँ
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