वीर बल्लाल तृतीय

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
रविन्द्र प्रसाद (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित 14:15, 17 अप्रैल 2011 का अवतरण ('*'''वीर बल्लाल तृतीय''' होयसल वंश का अंतिम राजा था। *[[दे...' के साथ नया पन्ना बनाया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
  • वीर बल्लाल तृतीय होयसल वंश का अंतिम राजा था।
  • देवगिरि के यादवों के समान ही होयसालों की स्वतंत्र सत्ता का अन्त भी अलाउद्दीन ख़िलजी के द्वारा ही हुआ।
  • 1310 ई. में सुल्तान अलाउद्दीन ख़िलजी के सेनापति मलिक काफ़ूर ने दक्षिणी भारत की विजय करते हुए द्वारसमुद्र पर भी आक्रमण किया और उसे जीत लिया।
  • वीर बल्लाल तृतीय को क़ैद करके दिल्ली ले जाया गया और उसने अलाउद्दीन ख़िलजी का वशवर्ती और करद होना स्वीकार कर लिया।
  • बाद में जब वह अपने देश को लौटा तो, उसने भी अफ़ग़ान सरदार का जुआ उतार फैंकने का प्रयत्न किया, यद्यपि इसमें वह सफल नहीं हो सका।
  • सुल्तान अलाउद्दीन ख़िलजी ने अंत में 1326 ई. में इस होयसल वंश का अंत कर दिया।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

संबंधित लेख