नारायणराव

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
रविन्द्र प्रसाद (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित 09:43, 12 जुलाई 2011 का अवतरण ('*'''नारायणराव''' बालाजी बाजीराव का पुत्र तथा [[माधवराव ...' के साथ नया पन्ना बनाया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
  • माधवराव प्रथम की मृत्यु के बाद नारायणराव को पेशवा का पद दिया गया था।
  • वह इस पद पर केवत एक वर्ष (1772 - 1773 ई.) तक ही रह सका।
  • एक वर्ष के अन्तराल के बाद उसकी हत्या उसके चाचा रघुनाथराव के द्वारा कर दी गई।
  • रघुनाथराव ने अंग्रेजों की सहायता से पेशवा बनने का प्रयत्न किया।
  • रघुनाथराव का यह प्रयास सम्भवतः अंग्रेजों का मराठों की राजनीति में एक प्रत्यक्ष हस्तक्षेप था, जिसने बाद में आंग्ल-मराठा युद्ध के लिए एक आधार का काम किया।
  • नाना फड़नवीस नारायणराव का समर्थक और रघुनाथराव का कट्टर विरोधी था।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख