स्वर्ण मंदिर
प्रीति चौधरी/अभ्यास पन्ना1
| |
विवरण | स्वर्ण मंदिर को हरमंदिर साहिब या दरबार साहिब भी कहा जाता है। इसके आस पास के सुंदर परिवेश और स्वर्ण की पर्त के कारण स्वर्ण मंदिर कहते हैं। |
राज्य | पंजाब |
ज़िला | अमृतसर |
निर्माण काल | दिसम्बर 1588-सितंबर 1604 |
भौगोलिक स्थिति | उत्तर- 31° 37' 12.00", पूर्व- 74° 52' 37.00" |
मार्ग स्थिति | स्वर्ण मंदिर अमृतसर रेलवे स्टेशन से लगभग 2 से 3 किमी की दूरी पर स्थित है। |
प्रसिद्धि | स्वर्ण मंदिर कलात्मक सौंदर्य और गहरी शांति का उल्लेखनीय संयोजन है। यह कहा जा सकता है कि प्रत्येक सिक्ख का हृदय यहाँ बसता है। |
कैसे पहुँचें | हवाई जहाज़, रेल, बस आदि |
राजा सांसी हवाई अड्डा, श्री गुरु राम दास जी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा | |
अमृतसर रेलवे स्टेशन, | |
अमृतसर बस अड्डा | |
टैक्सी, ऑटो रिक्शा, रिक्शा | |
कहाँ ठहरें | होटल, अतिथि ग्रह, धर्मशाला |
एस.टी.डी. कोड | 0183 |
ए.टी.एम | लगभग सभी |
गूगल मानचित्र | |
वास्तुकला | सिक्ख वास्तुकला |
अन्य जानकारी | स्वर्ण मंदिर की वास्तुकला हिन्दू तथा मुस्लिम निर्माण कार्य के बीच एक अनोखे सौहार्द को प्रदर्शित करता है तथा स्वर्ण मंदिर को विश्वास के सर्वोत्तम वास्तु-कलात्मक नमूने के रूप में माना जा सकता है। |