अष्टाङ्ग शील बौद्ध निकाय

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बौद्ध धर्म के अठारह बौद्ध निकायों में अष्टाङ्ग शील की यह परिभाषा है:-

  1. प्राणि-हिंसा से विरत रहना,
  2. चोरी न करना,
  3. ब्रह्मचर्य का पालन करना,
  4. झूठ बोलने से विरत रहना,
  5. शराब आदि मादक द्रव्यों के सेवन से विरत रहना,
  6. दोपहर 12 बजे के बाद (विकाल में) भोजन न करना,
  7. नृत्य, गीत आदि न देखना, न सुनना तथा माला, सुगन्ध आदि का इस्तेमाल न करना तथा
  8. ऊँचे और श्रेष्ठ आसनों का त्याग करना।