कुंकुम -बालकृष्ण शर्मा नवीन

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कुंकुम हिंदी के प्रसिद्ध कवि बालकृष्ण शर्मा नवीन की रचना है।

  • सन 1930 ई. तक वे यद्यपि कवि रूप में यशस्वी हो चुके थे, परन्तु पहला कविता संग्रह 'कुंकुम' 1936 ई. में प्रकाशित हुआ।
  • इस गीत संग्रह का मूल स्वर यौवन के पहले उद्दाम प्रणयावेग एवं प्रखर राष्ट्रीयता का है। यत्र-तत्र रहस्यात्मक संकेत भी हैं, परन्तु उन्हें तत्कालीन वातावरण का फ़ैशन प्रभाव ही मानना चाहिए।
  • 'कवि कुछ ऐसी तान सुनाओ' तथा 'आज खड्ग की धार कुण्ठिता है' जैसी प्रसिद्ध कविताएँ 'कुंकुम' में संग्रहित हैं।



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