मवारिदुल कलम

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
रविन्द्र प्रसाद (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित 06:06, 24 अप्रैल 2013 का अवतरण (''''मवारिदुल-कलम''' मुग़ल कालीन एक कृति है, जि...' के साथ नया पन्ना बनाया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें

मवारिदुल-कलम मुग़ल कालीन एक कृति है, जिसकी रचना फ़ैज़ी ने की थी। फ़ैज़ी मध्यकालीन भारत का एक विद्वान साहित्यकार और प्रसिद्ध फ़ारसी कवि था, जो बादशाह अकबर के दरबार में था।

  • फ़ैज़ी शेख़ मुबारक़ नागौरी का पुत्र और अबुल फ़ज़ल का बड़ा भाई था।
  • वह अकबर के नवरत्नों में से एक था, जिसका मुग़ल साम्राज्य में बहुत मान-सम्मान था।
  • अपनी कृति 'मवारिदुल-कलम' में फ़ैज़ी ने तफसीर सवातिउल्-अलहाम की तरह पर छोटे-छोटे सरल वाक्यों में शिक्षाप्रद बातें लिखी हैं।[1]


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. अकबर |लेखक: राहुल सांकृत्यायन |प्रकाशक: किताब महल, इलाहाबाद |पृष्ठ संख्या: 295 |

संबंधित लेख