दरियाई घोड़ा
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दरियाई घोड़ा
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जगत | जीव - जन्तु |
संघ | कॉर्डेटा (Chordata) |
वर्ग | स्तनपायी (Mammalia) |
गण | आर्टियोडैक्टाइला (Artiodactyla) |
कुल | हिप्पोपोटेमाइडी (Hippopotamidae) |
जाति | हिपोपोटैमस (Hippopotamus) |
प्रजाति | ऐम्फ़िबियस (amphibius) |
द्विपद नाम | हिपोपोटैमस ऐम्फ़िबियस (Hippopotamus amphibius) |
अन्य जानकारी | दरियाई घोड़ा के पसीने का रंग लाल होता है। |
उष्णकटिबंधीय अफ़्रीका की अधिकतम नदियों में पाया जाने वाला सामान्य दरियाई घोड़ा का जंतु वैज्ञानिक नाम हिपोपोटैमस ऐम्फ़िबियस (Hippopotamus amphibius) है।
- दरियाई घोड़ा एक बड़ा, भारी और छोटी टाँगों वाला रात्रिचर, शाकाहारी, खुरदार स्तनी है जो 4 मीटर लम्बा और 4 टन तक भार का होता है।
- दरियाई घोड़ा छोटे समूहों में रहता है तथा दिन के समय जल में रहकर रात्रि को खाने के लिए बाहर आता है।
- दरियाई घोड़ा की थूथन बहुत चौड़ी होती है।
- नासारंध्र, नेत्र और सिर की पृष्ठ ओर स्थित छोटा कर्ण जलमग्न जीवन के अनुकूल होता हैं।
- तनिक से जालयुक्त प्रयोक्त पैर में 4 खुरदार अँगूठे होते हैं।
- थोडे बालों और नीचे वसा के एक मोटे स्तर सहित त्वचा 5 सेमी मोटी होती है।
- दरियाई घोड़ा के पसीने का रंग लाल होता है।
- साँड़ अपने गजदंत-समान निचले रदनकों को शस्त्रों की भाँती प्रयोग करके लड़ते है।
- दरियाई घोड़ा अच्छे तैराक और गोताख़ोर होते है।
- वामन दरियाई घोड़ा कीरोपसिस लाइबरिएन्सिस कंधों पर केवल 60 सेमी ऊँचा होता है।
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वीथिका
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
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