विश्वनाथप्रसाद मिश्र

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
गोविन्द राम (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित 10:58, 1 जनवरी 2015 का अवतरण
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें

विश्वनाथप्रसाद मिश्र (जन्म: 1906 - मृत्यु: 1982) मध्ययुगीन साहित्य के व्याख्याता, अध्येता, समीक्षक और अनुसंधानवेत्ता थे।

  • आचार्य विश्वनाथप्रसाद मिश्र का जन्म 1906 में हुआ।
  • पंद्रह वर्ष की उम्र में महात्मा गांधी के असहयोग आंदोलन से प्रभावित होकर पढ़ाई छोड़ी, क्रांतिकारी आंदोलन में प्रच्छन्न रूप से सक्रिय हुए।
  • कंपोजीटर, प्रूफरीडर बनके जीविकोपार्जन किया।
  • विश्वनाथप्रसाद मिश्र ने एम.ए. संस्कृत के बाद एम.ए. (हिन्दी) 1936 में प्रथम श्रेणी में प्रथम किया।
  • मदन मोहन मालवीय जी की प्रेरणा से डी. लि.ट्. और वहीं काशी विश्वविद्यालय में अध्यापक रहे।
  • काशी नागरी प्रचारिणी सभा के संपादक और साहित्यमंत्री रहे।
  • विश्वनाथप्रसाद मिश्र ने शताधिक ग्रंथों का कुशल सम्पादन किया है।
  • 1953 में मगध विश्वविद्यालय में प्रोफेसर तथा अध्यक्ष भी रहे।
  • विक्रम विश्वविद्यालय से सम्मानार्थ डी. लिट्. दी गई।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख