राजमन्नार समिति

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राजमन्नार समिति का गठन केन्द्र व राज्यों के बीच विवादों को सुलझाने के लिए 1970 किया गया था।

  • 'तमिलनाडु सरकार' द्वारा केन्द्र व राज्य के बीच सम्बंधों पर विचार करने के लिए यह समिति गठित की गई थी।
  • इस समिति ने सम्बंधों को सुधारने के लिए अनेक सुझाव दिए। इस समिति ने भी अर्न्तराज्यीय परिषद के गठन का सुझाव दिया तथा अनुच्छेद 356 के प्रयोग पर अंकुश लगाने की सिफ़ारिश की।
  • समिति का मत था कि अनुच्छेद 356 का प्रयोग केवल राज्य में क़ानून और व्यवस्था के पूर्णरूप से भंग होने पर ही किया जाना चाहिए।
  • राजमन्नार समिति ने राज्यों की विधान सभाओं को शेष अधिकार प्रदान करने का भी समर्थन किया। उपरोक्त सभी सुझाव केंद्रीय सरकार को स्वीकार नहीं थे।


इन्हें भी देखें: अशोक मेहता समिति, गोस्वामी समिति एवं तारकुंडे समिति


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

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