राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार
राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार फ़िल्मों के क्षेत्र में दिये जाने वाले भारत का सबसे बड़ा फ़िल्मी पुरस्कार है जो सन 1954 से दिये जा रहे हैं। यह पुरस्कार फ़ीचर तथा गैर फ़ीचर दोनों तरह की फ़िल्मों के लिए प्रदान किया जाता है।
उद्देश्य
राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कारों का उद्देश्य सुरुचिपूर्ण और तकनीकी तौर पर उत्कृष्ट तथा सामाजिक तौर पर प्रासंगिक फ़िल्मों के निर्माण को बढ़ावा देकर सिनेमा के माध्यम से देश के विभिन्न क्षेत्रों की संस्कृतियों के प्रति समझ और सम्मान के प्रति योगदान करना और इस प्रकार राष्ट्र की एकता और अखंडता को बढ़ावा देना है।
पुरस्कार श्रेणी
फ़ीचर फ़िल्म खंडइस खंड में 31 श्रेणियों में पुरस्कार दिए जाते हैं जिनमें निम्नलिखित प्रमुख हैं-
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गैर-फीचर फ़िल्म खंडइस खंड में 22 श्रेणियों में पुरस्कार दिए जाते हैं जिनमें निम्नलिखित प्रमुख हैं-
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समाचार
63वें राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कारों की घोषणा; मनोज कुमार, अमिताभ बच्चन और कंगना रानौत हुए सम्मानित
- 3 मई, 2016, मंगलवार
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने 3 मई, 2016 मंगलवार को 63वें राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार समारोह में पुरस्कार वितरित किए। इस बार के समारोह में हिन्दी फ़िल्मों और सितारों का जलवा रहा। अमिताभ बच्चन को पीकू के लिए जबकि कंगना रानौत को तनु वेडस मनु रिटर्न्स के लिए क्रमश: सर्वश्रेष्ठ अभिनेता एवं सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार दिया गया। वयोवृद्ध अभिनेता मनोज कुमार को दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
78 साल के मनोज कुमार दादा साहब फाल्के पुरस्कार हासिल करने वाले 47वें कलाकार हैं। यह सम्मान भारतीय सिनेमा क्षेत्र का सबसे बड़ा पुरस्कार है। उन्हें पुरस्कार के तौर पर एक स्वर्ण कमल, दस लाख रुपए नकद और एक शॉल भेंट की गई। उन्हें पूरब और पश्चिम, उपकार और क्रांति जैसी देशभक्ति फ़िल्मों के लिए जाना जाता है। मनोज कुमार ने इस मौके पर राष्ट्रपति को साईं बाबा की क्रिस्टल की प्रतिमा भेंट की।
अमिताभ बच्चन विज्ञान भवन में आयोजित समारोह में अपने बेटे अभिषेक बच्चन, बहू ऐश्वर्या राय बच्चन, पत्नी जया बच्चन और बेटी श्वेता नंदा के साथ पहुंचे थे। उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के पुरस्कार के तौर पर रजत कमल और 50,000 रुपये दिए गए। 73 साल के अभिनेता का यह चौथा राष्ट्रीय पुरस्कार है। उन्होंने 1990 में अग्निपथ, 2005 में ब्लैक और 2009 में 'पा' के लिए यह पुरस्कार जीता था।
29 साल की कंगना रानौत का यह तीसरा राष्ट्रीय पुरस्कार है। इससे पहले वह फैशन के लिए सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री और साल 2015 में 'क्वीन' के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का राष्ट्रीय पुरस्कार जीत चुकी हैं। उन्हें रजत कमल और 50,000 रुपये की नकद राशि दी गई। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भारतीय स्वरूप को दर्शाने वाली फ़िल्म बनाने के लिए फ़िल्मकारों की प्रशंसा की। राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार समारोह के अवसर पर उन्होंने कहा कि हम बहिष्कार में विश्वास नहीं करते। हम हमेशा समावेश में विश्वास करते हैं। उन्होंने एकता में अनेकता के भारतीय स्वरूप को दिखाने के लिए भारतीय सिनेमा से पूर्व से लेकर वर्तमान में जुड़े सभी लोगों का आभार प्रकट किया।
- सम्मानित होने वाले विजेताओं की सूची
- सर्वश्रेष्ठ अभिनेता : अमिताभ बच्चन (पीकू)
- सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री: कंगना रनौत (तनु वेड्स मनु रिटर्न्स)
- सर्वश्रेष्ठ निर्देशक : संजय लीला भंसाली (बाजीराव मस्तानी)
- सर्वश्रेष्ठ हिंदी फ़िल्म : दम लगा के हईशा
- सर्वश्रेष्ठ फीचर फ़िल्म : बाहुबली (निर्देशक- एसएस राजामौली)
- सर्वश्रेष्ठ डेब्यू फ़िल्म निर्देशक : नीरज घायवन (मसान)
- सर्वश्रेष्ठ कोरियॉग्राफ़र : रेमो डिसूजा (बाजीराव मस्तानी)
- सर्वश्रेष्ठ सिनेमेटोग्राफी : सुदीप चटर्जी (बाजीराव मस्तानी)
- सर्वश्रेष्ठ स्क्रीनप्ले : जूही चतुर्वेदी (पीकू), हिमांशु शर्मा (तनु वेड्स मनु रिटर्न्स)
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
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