इवान अलेक्सँद्रोविच गोंचारोव
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गोंचारोब, इवान अलेक्सँद्रोविच प्रसिद्ध रूसी लेखक। जन्मसिंबिर्स्क में, मृत्यु पेतेर्बुर्ग में। मॉस्को विश्वविद्यालय के सहित्य विभाग में शिक्षा प्राप्त की। साहित्यिक कार्य का आरंभ 1835 में हुआ। समुद्री जहाज से भ्रमण करने पर गोंचारोव ने 'जहाज पल्लादा' नामक यात्रा साहित्य की प्रसिद्ध कृति लिखी। गोंचारोव ने तीन विख्यात उपन्यास लिखे - 'मामूली कहानी' (1847), 'ओब्लोमोव' (1859) और 'खड़ी चट्टान' 1869। इन कृतियों में तत्कालीन रूस के वर्णन हैं: समाज के दो पहलुओं के प्रतिनिधियों आलसी राजदरबारी जमींदारों और सक्रिय पूँजीवादियों के प्रतिबिंब हैं। उपन्यासों के नारी पात्रों में तत्कालीन रूसी समाज के प्रगतिशील विचारों का सजीव चित्रण मिलता है। गोंचारोव ने अनेक आलोचनात्मक कृतियाँ भी लिखीं जो ग्रिबोएदोव, बेलिंस्की आदि रूसी लेखकों से संबंधित हैं।[1]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ हिन्दी विश्वकोश, खण्ड 4 |प्रकाशक: नागरी प्रचारिणी सभा, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 10 |