ईनियस ताक्तिकस

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यशी चौधरी (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित 10:35, 29 जून 2018 का अवतरण (''''ईनियस ताक्तिकस''' संभवत: स्तींफालस का निवासी जो ई.प...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें

ईनियस ताक्तिकस संभवत: स्तींफालस का निवासी जो ई.पू. 367 में आर्कादी संघ का सेनापति था। इसने युद्ध विद्या के संबंध में अनके ग्रंथों की रचना की थी जिनका सारसंग्रह पिर्हस ने किया था। दुर्गरक्षा संबंधी इसकी रचना नष्ट होने से बच गई हैं। इस ग्रंथ से पता चलता है कि उन दिनों दुर्ग की रक्षा, बाह्य शत्रुओं की अपेक्षा आंतरिक विरोधी गुटों से की जानी अधिक आवश्यक थी। भाषा की दृष्टि से भी इस अवशिष्ट रचना का इसलिए महत्व है कि इसमें अत्तिका की भाषा से बाहर की यूनानी भाषा का स्वरूप देखने को मिलता है जिससे पश्चात्‌कालीन जनसामान्य की भाषा के तत्वों का कुछ पता चलता है।[1]



पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. हिन्दी विश्वकोश, खण्ड 1 |प्रकाशक: नागरी प्रचारिणी सभा, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 29 |

संबंधित लेख