गोमधर कुंवर

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गोमधर कुंवर (अंग्रेज़ी: Gomdhar Konwar) असम में रहने वाली अहोम जाति के नेता थे। वे अहोम राज्य के राजकुमार थे तथा शाही परिवार से सम्बंध रखते थे।

  • जब प्रथम आंग्ल-बर्मा युद्ध के समय कंपनी की सेनाओं के क्षेत्र में प्रवेश से यहां के लोगों में असंतोष उत्पन्न होने लगा तब गोमधर कुंवर ने युद्ध के बाद भी कंपनी की सेनाओं पर जान-बूझकर अहोम क्षेत्र में रुके रहने का आरोप लगाया।
  • कंपनी द्वारा अहोम प्रदेशों को हड़पने का प्रयास करने पर गोमधर कुंवर ने विद्रोह कर दिया तथा स्वयं नेतृत्व सम्भाला।
  • गोमधर कुंवर को राजा घोषित कर दिया गया। उन्होंने रंगपुर पर अभियान की योजना बनाई, किंतु सफल नहीं हो सके। अंततः अंग्रेज़ एक लंबे संघर्ष के बाद विद्रोह का दमन कर सके।
  • सन 1830 में पुनः विद्रोह के लक्षण दिखाई देने लगे, किंतु इस बार कंपनी ने शांतिमय नीति अपनाते हुए अहोमों के साथ समझौता कर लिया।


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