हम्ज़नामा

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हम्ज़नामा

हम्ज़नामा (अंग्रेज़ी: Hamzanama) मुग़ल चित्रकला शैली में चित्रित सबसे प्रारंभिक और महत्त्वपूर्ण मुग़लकालीन चित्र संग्रह है, जो 'दास्तान-ए-अमीर-हम्ज़ा' के नाम से भी प्रसिद्ध है।

  • इस पाण्डुलिपि में करीब 1200 चित्रों का संग्रह है।
  • हम्ज़नामा कृति में लाल, नीले, पीले, कासनी और काले रंगों के छपाके मिलते हैं।
  • इसे पूर्ण कराने के लिए चित्रकार मीर सैय्यद अली को पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया था।
  • हम्ज़नामा पांडुलिपि के चित्रों की विशेषताएं- विदेशी या विजातीय पेड़-पौधों और उनके रंग-बिरंगे फूल पत्तों, स्थापत्य अलंकरण की बारीकियों, साजों सामान के साथ-साथ स्त्री आकृतियों एवं आलंकारिक तत्वों के रूप में विशिष्ट राजस्थानी या उत्तर भारतीय चित्रकला के लक्षण यत्र-तत्र मिलते हैं।
  • मीर सैय्यद अलीअब्दुस्समद के नेतृत्व में देश के विभिन्न भागों से बुलाए गए लगभग 100 चित्रकारों के समूह द्वारा हम्ज़नामा तैयार किया गया, जिसे पूरा करने में करीब पंद्रह साल लगे।
  • हम्जनामा में लगभग 1200 पृष्ठों को चित्रित किया गया। इस प्रकार यह एक तरह से भारतीय चित्रकारों के लिए प्रशिक्षण का काल साबित हुआ।
  • मुल्ला अलाउद्दीन कजवीनी ने अपने ग्रंथ 'नफाइसुल मासिर' में हम्ज़नामा को हुमायूँ के मस्तिष्क की उपज बताया है।
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