रानी महल, झांसी

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रानी महल झांसी, उत्तर प्रदेश में स्थित एक शाही महल है। यह महल नेवालकर परिवार के रघुनाथ द्वितीय द्वारा सन 1769-1796 ई. के मध्य बनाया गया था। इसे रानी महल इसलिए कहा जाता है, क्योंकि यह भारत की प्रसिद्ध योद्धा रानी लक्ष्मीबाई का महल था। यह महल देशभक्ति बलों का केंद्र था, जिसका नेतृत्व रानी और मराठा सरदारों तात्या टोपे और नाना साहिब ने किया था, जिन्होनें 1857 में भारतीय स्वतंत्रता की पहली लड़ाई लड़ी।

  • रानी महल दो मंजिला इमारत है, जिसकी छत सपाट है तथा इसे चौकोर आंगन के सामने बनाया गया है। आंगन के एक ओर कुआं और दूसरी और फ़व्वारा है।
  • इस महल में छह कक्ष हैं, जिसमें प्रसिद्ध दरबार कक्ष भी शामिल है। ये कक्ष गलियारे के साथ-साथ बनाए गए हैं, जो एक-दूसरे के समानांतर चलते हैं।
  • रानी महल में कुछ छोटे कमरे भी हैं। दरबार कक्ष की दीवारों को विभिन्न वनस्पतियों और जीव-जंतुओं के चमकदार रंगों वाले चित्रों से सजाया गया है।
  • इस विशाल इमारत का एक बड़ा हिस्सा ब्रिटिश तोप खाने द्वारा नष्ट कर दिया गया था।
  • झांसी के इस प्रसिद्ध रानी महल को अब एक ऐतिहासिक संग्रहालय में बदल दिया गया है।
  • वर्तमान में महल को संग्रहालय में तब्दील कर दिया गया है। यहां नौवीं से बारहवीं शताब्दी की प्राचीन मूर्तियों का विस्तृत संग्रह देखा जा सकता है।
  • महल की देखरख भारतीय पुरातत्व विभाग द्वारा की जाती है।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

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