डोनकुपर रॉय को पूर्वोत्तर भारत के शीर्ष राजनेताओं में गिना जाता था।
यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रमुख रहे डोनकुपर रॉय विधानसभा अध्यक्ष से पहले मेघालय के सीएम रहे थे। हालांकि 2008 से 2009 तक सिर्फ एक साल सरकार चलाने के बाद उन्हें अपना पद छोड़ना पड़ा था।
28 जुलाई, 2019 को डोनकुपर रॉय का निधन गुरुग्राम में हुआ। वे 64 साल के थे। उनको सबसे पहले शिलांग के एक सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इसके बाद उन्हें गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां पर पिछले 10 दिनों से उनका उपचार चल रहा था। परिवार के सदस्यों ने बताया था कि विभिन्न अंगों के काम करना बंद करने के बाद उनकी हालत बिगड़ती गई।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने नरेंद्र मोदी के हवाले से कहा, ‘मेघालय के विधानसभा अध्यक्ष और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. डोनकूपर रॉय के निधन से दु:खी हूं। मेघालय की प्रगति के लिए हमेशा तत्पर रहने वाले रॉय ने बेहद लगन से राज्य की सेवा की और लोगों की जिंदगी बदलने में मदद की।’