श्रीकांत दातार
श्रीकांत दातार (अंग्रेज़ी: Srikant Datar) भारतीय मूल के प्रसिद्ध शिक्षाविद हैं जिन्हें हार्वर्ड बिजनेस स्कूल ने अपना नया डीन नियुक्त किया है। श्रीकांत ने 1 जनवरी, 2021 से डीन का पदभार ग्रहण कर लिया है। उन्होंने पूर्व डीन नितिन नोहरिया का स्थान लिया है। इसके साथ ही वह 112 वर्ष पुराने संस्थान के लगातार दूसरे भारतीय मूल के डीन हैं। वर्ष 2021 में उन्हें 'पद्म श्री' से नवाजा गया है।
परिचय
श्रीकांत दातार को हार्वर्ड यूनिवर्सटी ने बिजनेस स्कूल का नया डीन नियुक्त किया है। श्रीकांत दातार पिछले लगभग 25 सालों से वहां पढ़ा रहे हैं और उन्होंने यूनिवर्सिटी की कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ लड़ाई में अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने अपनी शुरुआती उच्च शिक्षा मुंबई यूनिवर्सिटी से हासिल की। साल 1973 में वे वहां से पास हुए। चार्टर्ड अकाउंटेंट बनने के बाद उन्होंने आईआईएम अहमदाबाद से पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा लिया। इसके बाद स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी से स्टेटिस्टिक्स एंड इक्नॉमिक्स में पीएचडी की।[1]
साल 1984 से 1989 के बीच श्रीकांत दातार कार्नेगी मेलन ग्रेजुएट स्कूल ऑफ इंडस्ट्रियल एडमिनिस्ट्रेशन में एसोसिएट प्रोफेसर रहे। इसके बाद 1996 तक वे स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी के बिजनेस स्कूल में प्रोफेसर रहे। फिलहाल वे एचबीएस में बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन के "आर्थर लोवेस डिकिंसन प्रोफेसर" और यूनिवर्सिटी अफेयर्स के सीनियर एसोसिएट डीन हैं। श्रीकांत दातार आईआईएम कोलकाता की गवर्निंग बॉडी का हिस्सा भी हैं।
दक्षता
भारतीय मूल के श्रीकांत दातार स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर थे। साल 1996 में स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के ग्रेजुएट स्कूल ऑफ बिजनेस में एक फैकल्टी के तौर पर शामिल हुए थे। वह कॉस्ट मैनेजमेंट और कॉर्पोरेट गवर्नेंस के क्षेत्र में एक्सपर्ट माने जाते हैं। डाटा साइंस, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इनोवेटिव प्रॉब्लम सॉल्विंग और मशीन लर्निंग पर भी उनका खास फोकस है। वह नोवार्टिस एजी और टी-मोबाइल यूएस इंक सहित कई कंपनियों के बोर्ड में भी शामिल हैं।
सम्मान
वर्ष 2021 में श्रीकांत दातार को उनकी उपलब्धियों तथा योगदान के लिये भारत सरकार ने 'पद्म श्री' से सम्मानित किया है।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ भारतीय मूल के श्रीकांत दातार बने हार्वर्ड बिजनेस स्कूल के डीन (हिंदी) hindi.news18.com। अभिगमन तिथि: 08 जुलाई, 2021।