घनश्याम नायक
घनश्याम नायक
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पूरा नाम | घनश्याम नायक |
जन्म | 12 मई, 1944 |
जन्म भूमि | बम्बई, आज़ादी पूर्व भारत |
मृत्यु | 3 अक्टूबर, 2021 |
मृत्यु स्थान | मुम्बई, महाराष्ट्र |
कर्म भूमि | भारत |
कर्म-क्षेत्र | भारतीय सिनेमा |
मुख्य फ़िल्में | 'बेटा', 'तिरंगा', 'आंखें', 'लाडला', 'क्रांतिवीर', 'आंदोलन', 'बरसात', 'माफिया', 'चाहत', 'इश्क', 'चाइना गेट', 'तेरे नाम' और 'खाकी' आदि। |
प्रसिद्धि | अभिनेता व टीवी कलाकार |
नागरिकता | भारतीय |
सक्रिय वर्ष | 1960-1921 |
अन्य जानकारी | घनश्याम नायक ने बहुत ही कम उम्र से अभिनय की राह पकड़ ली थी। उन्होंने 1960 में आई फिल्म 'मासूम' में बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट काम किया था। |
घनश्याम नायक (अंग्रेज़ी: Ghanashyam Nayak, जन्म- 12 मई, 1944; मृत्यु- 3 अक्टूबर, 2021) भारतीय फिल्म और टेलीविजन अभिनेता थे। वह कई टेलीविजन धारावाहिकों के साथ-साथ फिल्मों में भी अभिनय कर चुके थे। उन्हें छोटे परदे के प्रसिद्ध व्यंग्य धारावाहिक 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' में नटवरलाल प्रभाशंकर उंधईवाला उर्फ 'नट्टू काका' की भूमिका के लिए जाना जाता है। नट्टू काका के नाम से वह घर-घर में पहचाने जाते थे। नट्टू काका ने अपनी कॉमेडी से सभी को खूब हंसाया। शो में वे जेठालाल के असिस्टेंट का रोल प्ले किया करते थे और उनकी दुकान में काम करते थे। घनश्याम नायक अपने फनी एक्सप्रेशन्स से सभी को हंसा-हंसा कर लोटपोट कर देते थे। बाघा संग भी उनकी बॉन्डिंग बेहद खास थी। शो में उनकी क्यूट स्माइल और इंग्लिश बोलने के लहेजे के सभी दीवाने थे।
परिचय
घनश्याम नायक ने बहुत ही कम उम्र से अभिनय की राह पकड़ ली थी। उन्होंने 1960 में आई फिल्म 'मासूम' में बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट काम किया था। वे कई हिट फिल्मों का भी हिस्सा रहे। जिनमें 'हम दिल दे चुके सनम' भी शामिल है। इसमें वे 'विट्ठल काका' के नाम से नजर आए थे। वे 'बेटा', 'तिरंगा', 'आंखें', 'लाडला', 'क्रांतिवीर', 'आंदोलन', 'बरसात', 'माफिया', 'चाहत', 'इश्क', 'चाइना गेट', 'तेरे नाम' और 'खाकी' समेत कई फिल्मों का हिस्सा रहे। फिल्मों के अलावा टीवी में भी घनश्याम नायक ने अच्छी साख जमाई थी। खिचड़ी, एक महल हो सपनों का, दिल मिल गए, सारथी, साराभाई वर्सेज साराभाई का वे हिस्सा रहे।
कड़ा संघर्ष
एक पुराने इंटरव्यू में घनश्याम नायक ने अपने स्ट्रगल पर चर्चा की थी। उन्होंने बताया था कि एक दौर ऐसा भी था जब वे 3 रुपये के लिए 24 घंटे काम किया करते थे। उन दिनों फिल्म इंडस्ट्री में ज्यादा पैसे नहीं मिलते थे। ऐसे भी दिन देखने को मिले जब पैसे नहीं होने के कारण उन्होंने अपने पड़ोसियों से उधार लेकर बच्चों की स्कूल फीस भरी। कड़े संघर्ष के बाद 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' ने घनश्याम नायक की किस्मत ही बदल डाली।
घनश्याम नायक का कहना था कि इस शो के बाद उनकी डगमगायी जिंदगी में स्थिरता आई और पैसे आने लगे। तारक मेहता शो ने उन्हें शोहरत और दौलत दोनों दिलाई। तंगी के दिन बीते और उन्होंने मुंबई में दो घर खरीदे। लेकिन पिछले साल आए कोरोना वायरस पैनडेमिक ने सभी की जिंदगी को उलटकर रख दिया। किसी का बिजनेस ठप हो गया तो किसी का काम उनसे छिन गया। घनश्याम भी इससे अछूते नहीं रहे। घनश्याम को कैंसर था और पिछले साल उनकी हालत बहुत खराब हो गई थी। अप्रैल के महीने में घनश्याम नायक के गले में कुछ स्पॉट्स पाए गए थे, जिसके बाद उनका ऑपरेशन हुआ था। आठ गांठे निकली थीं, बाद में घनश्याम की कीमोथेरेपी चली। वे अपना इलाज करवाने के बाद काम पर वापस आने का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे।
घनश्याम नायक ने एक इंटरव्यू में कहा था 'मेरा कैंसर का इलाज चल रहा है और उम्मीद करता हूं कि सब कुछ जल्द ही ठीक हो जाएगा। मुंबई में जल्द शूटिंग शुरू हो और मैं काम पर वापसी करूं। मैं बेसब्री से इंतजार कर रहा हूं। कीमोथेरेपी महीने में एक बार होती है। डॉक्टर्स का कहना है कि मैं काम कर सकता हूं और इसमें किसी भी तरह की समस्या नहीं है।'
मृत्यु
घनश्याम नायक की मृत्यु 3 अक्टूबर, 2021 को मुम्बई, महाराष्ट्र में हुई। 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' में घनश्याम नायक ने अपनी कॉमेडी से सभी को खूब हंसाया। उनके निधन के बाद शो में उनकी कमी खलेगी।
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