मल्लिषेण

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
व्यवस्थापन (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित 17:13, 14 सितम्बर 2010 का अवतरण (Text replace - "==सम्बंधित लिंक==" to "==संबंधित लेख==")
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें

आचार्य मल्लिषेण

  • इन्होंने हेमचन्द्र की 'अन्ययोगव्यवच्छेदिका' नाम की द्वात्रिंशतिका पर 'स्याद्वाद मंजरी' लिखी है।
  • यह विद्वत्प्रिय एवं सरल होने से अनेक विश्वविद्यालयों के पाठ्यक्रम में निर्धारित है।
  • मल्लिषेण विक्रम की 14वीं शती के मनीषी हैं।

संबंधित लेख