नील नितिन मुकेश
नील नितिन मुकेश चंद माथुर (अंग्रेज़ी: Neil Nitin Mukesh Chand Mathur, जन्म- 15 जनवरी, 1982) भारतीय अभिनेता हैं। वह मुख्यतः हिंदी फिल्मों में नजर आते हैं। एक अभिनेता होने के साथ-साथ वह लेखक और प्रोड्यूसर भी हैं। नील नितिन मुकेश के पिता नितिन मुकेश थे जो हिन्दी फिल्मों के प्रसिद्ध गायक हैं। यही नहीं नील नितिन मुकेश अपने समय के ख्यातिप्राप्त गायक मुकेश के पोते हैं। इन्होंने ‘जॉनी गद्दार’, ‘7 खून माफ’, ‘साहो’ जैसी फिल्में की हैं। ‘बाईपास रोड’ नाम की एक फिल्म को नील नितिन मुकेश ने प्रोड्यूस किया था।
परिचय
नील नितिन मुकेश का जन्म 15 जनवरी, 1982 को मुंबई में हुआ था। वह बॉलीवुड के मशहूर गायक मुकेश के पोते हैं। उनके पिता का नाम नितिन मुकेश माथुर हैं, जो हिंदी सिनेमा में पार्श्वगायक हैं। उनकी माँ का नाम निशि मुकेश माथुर है।[1]
शिक्षा
नील नितिन मुकेश ने अपनी शुरुआती पढ़ाई ग्रीनलान हाईस्कूल मुंबई से पूर्ण की। वह कॉमर्स से ग्रेजुएट हैं। उनका पूरा परिवार संगीत से ताल्लुकात रखता है, उसके बाद भी उन्होंने एक्टिंग में अपना कॅरियर चुना। उन्होंने अपने एक इंटरव्यू में कहा कि संगीत मेरा शौक है, लेकिन एक्टिंग मेरा पैशन है। एक अच्छा अभिनेता बनने के लिए नील ने नमित कपूर के एक्टिंग स्कूल से अभिनय में चार महीने प्रशिक्षण भी प्राप्त किया है। इसके अलावा उन्होंने बॉलीवुड के मंझे हुए अभिनेता अनुपम खेर से भी एक्टिंग के गुर सीखे हैं।
कॅरियर
नील नितिन मुकेश ने अपने फ़िल्मी कॅरियर की शुरुआत वर्ष 2007 में बतौर अभिनेता श्रीराम राघवन की एक्शन-थ्रिलर फिल्म 'जॉनी गद्दार' से की थी। इस फिल्म में उनके अभिनय को आलोचकों द्वारा काफी सराहा गया था। साथ ही वह इस फिल्म के फिल्मफेयर अवार्ड्स के लिए सर्वश्रेष्ठ नवोदित कलाकार के लिए नामंकित भी हुए थे। साल 2009 में वह फिल्म 'आ देखे जरा' में नजर आये। इस फिल्म में उनके अपोजिट बिपाशा बासु नजर आयीं थीं। फिल्म ने बॉक्स-ऑफिस पर औसत व्यापार किया था। इस फिल्म के लिए नील को आलोचकों से मिली-जुली प्रतिक्रिया मिली थी।
इसके बाद वह निर्देशक कबीर खान की फिल्म न्यूयॉर्क में नजर आये। इस फिल्म में उनके अलावा कैटरीना कैफ और जॉन अब्राहम भी दिखाई दिए थे। फिल्म की पृष्ठकथा आंतकवादी गतिविधियों पर आधारित थी। इस फिल्म में नील सहायक अभिनेता के तौर पर नजर आये थे, जिसे दर्शकों और आलोचकों द्वारा बेहद सराहा गया था। इस फिल्म के लिए नील को उनका दूसरा सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता के तौर फिल्मफेयर अवार्ड्स में नामंकन मिला था। फिर मधुर भंडारकर निर्देशित फिल्म 'जेल' में नील नितिन मुकेश नजर आये। इस फिल्म में वह न्यूड नजर आये थे। जो काफी विवादित भी रहा था। हालांकि यह फिल्म बॉक्स-ऑफिस पर बुरी तरह असफल साबित हुई थी, लेकिन नील को आलोचकों द्वारा उनकी बेहतरीन भूमिका के लिए काफी अच्छी प्रतिक्रिया मिली।[1]
साल 2010 में नील नितिन मुकेश फिल्म 'लफंगे परिंदे' और 'तेरा क्या होगा जॉनी' में नजर आये थे। दोनों ही फ़िल्में बॉक्स-ऑफिस पर औंधे मुंह गिरी थीं। साल 2011 तक उन्होंने कई फिल्मों में काम किया, लेकिन कोई भी फिल्म उन्हें हिंदी सिनेमा में कोई खास मुकाम हासिल नहीं करा सकी। साल 2015 में नील नितिन मुकेश सूरज बड़जात्या की फिल्म 'प्रेम रत्न धन पायो' में सलमान ख़ान के संग नजर आये। इस फिल्म में वह सौतेले भाई की भूमिका में थे।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ 1.0 1.1 नील नितिन मुकेश (हिंदी) hindi.filmibeat.com। अभिगमन तिथि: 04 नवंबर, 2022।
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